शिमला : हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) ने पहली बार 100 करोड़ रुपये से अधिक का ऐतिहासिक टर्नओवर अर्जित कर मील पत्थर हासिल किया है।
यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार को एचपीटीडीसी और पर्यटन विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान निगम के 78 करोड़ रुपये के वार्षिक लाभ की तुलना में वर्तमान प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदा जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद 107 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि निगम के होटलों और रेस्तरां के प्रभावी प्रबंधन, नियमित रख-रखाव और परिसंपत्तियों के सर्वोत्तम उपयोग के परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई है। एचपीटीडीसी द्वारा अर्जित टर्नओवर के फलस्वरूप निगम पिछले ढाई वर्ष के दौरान पेंशन भोगियों को 41 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जबकि पूर्व भाजपा सरकार ने पांच वर्षों के दौरान केवल 26 करोड़ रुपये वितरित किए थे।
उन्होंने अधिकारियों को निगम द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में और अधिक सुधार लाने और उपयोग में नहीं लाई जा रही निगम की संपतियों को संचालन व मुरम्मत आधार पर निजी क्षेत्र में लीज पर देने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए।
उन्होंने एचपीटीडीसी और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के मध्य एचपीटीडीसी के होटलों में राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए हस्ताक्षरित हुए समझौता ज्ञापन की सराहना की।
सुक्खू ने पर्यटन विभाग की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की समीक्षा की और इन परियोजनाओं के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि राज्य में आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके। प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 2415 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है जिससे बेहतर पर्यटन अधोसंरचना, वे-साइड एमीनिटिज और अन्य साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग को स्थानीय लोगों को फूड वेन उपलब्ध करवाने और राज्य में स्थानीय पर्यटन मार्गों पर हॉपऑन, हॉपऑफ लग्जरी बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग को मंडी जिला में शिवधाम के निर्माण कार्य और पर्यटकों की सुविधा के लिए श्री रेणुकाजी झील क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण के कार्य को शीघ्र पूरा करने पर बल दिया।
उन्होंने अधिकारियों को राज्य के विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों के लिए हवाई संपर्क सुविधा के लिए हेलीपोर्ट का शीघ्र संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। सीएम ने कांगड़ा, शिमला और भुंतर हवाई अड्डों की विस्तार परियोजनाओं की भी समीक्षा की। ताकि राज्य में पर्यटकों को बेहतर हवाई परिवहन सुविधा उपलब्ध हो।