शिमलाः डीसी शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में सोमवार को सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में सर्दियों में यातायात व्यवस्था और तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.
इस दौरान 20 दिसंबर से 20 जनवरी, 2025 तक यातायात व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई. शहर में आगामी एक महीने में करीब पांच लाख से अधिक वाहनों की आने की उम्मीद है. ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सुनियोजित तरीके से यातायात व्यवस्था की रूपरेखा बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि चौपाल, रामपुर और शिमला शहर व साथ सटे जिन स्थानों पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, वहां पर क्रैश बैरियर व अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जाएंगे. तीनों क्षेत्रों में 40 लाख रुपए प्रति क्षेत्र से प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं. एक सप्ताह के भीतर ये तीनों प्रस्ताव सरकार को प्रेषित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि 80 गृहरक्षकों की तैनाती यातायात व्यवस्था के संचालन के लिए की जाएगी. शहर में पर्यटकों के लिए आगामी एक महीने में विभिन्न स्थानों पर पार्किंग की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी. इसकी अधिसूचना शीघ्र ही जारी कर दी जाएगी. शोघी से आगे बड़े ट्रक आगामी एक महीने के लिए निर्धारित समय पर जा सकेंगे.
इस दौरान 20 दिसंबर से 20 जनवरी, 2025 तक यातायात व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई. शहर में आगामी एक महीने में करीब पांच लाख से अधिक वाहनों की आने की उम्मीद है. ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सुनियोजित तरीके से यातायात व्यवस्था की रूपरेखा बनाई गई है.
उन्होंने कहा कि चौपाल, रामपुर और शिमला शहर व साथ सटे जिन स्थानों पर सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, वहां पर क्रैश बैरियर व अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जाएंगे. तीनों क्षेत्रों में 40 लाख रुपए प्रति क्षेत्र से प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं. एक सप्ताह के भीतर ये तीनों प्रस्ताव सरकार को प्रेषित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि 80 गृहरक्षकों की तैनाती यातायात व्यवस्था के संचालन के लिए की जाएगी. शहर में पर्यटकों के लिए आगामी एक महीने में विभिन्न स्थानों पर पार्किंग की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी. इसकी अधिसूचना शीघ्र ही जारी कर दी जाएगी. शोघी से आगे बड़े ट्रक आगामी एक महीने के लिए निर्धारित समय पर जा सकेंगे.
इनमें सुबह 8ः00 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक बड़े ट्रक का प्रवेश शहर में निषेध रहेगा. जबकि, वाया आंनदपुर ट्रकों को जाने की अनुमति होगी. शहर में पेट्रोल और डीजल आदि के आवश्यक वस्तुओं के ट्रकों को प्रवेश की अनुमति होगी. वहीं शाम 4ः00 बजे से रात 8ः00 बजे तक प्रवेश निषेध रहेगा.
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था अजीत भारद्वाज, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा, संयुक्त आयुक्त नगर निगम डॉ. भुवन शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
किसान भवन ढली में तैनात होगी क्यूआरटी
गृह रक्षकों की क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल) किसान भवन ढली में तैनात की जाएगी। बैठक में फैसला लिया गया कि क्यूआरटी यहीं से मौके के लिए रवाना होगी। इसके अलावा समय-समय पर क्यूआरटी से ड्रिल भी करवाई जाएगी।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था अजीत भारद्वाज, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा, संयुक्त आयुक्त नगर निगम डॉ. भुवन शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
किसान भवन ढली में तैनात होगी क्यूआरटी
गृह रक्षकों की क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल) किसान भवन ढली में तैनात की जाएगी। बैठक में फैसला लिया गया कि क्यूआरटी यहीं से मौके के लिए रवाना होगी। इसके अलावा समय-समय पर क्यूआरटी से ड्रिल भी करवाई जाएगी।
शहर में लगेंगे 100 साइनेज बोर्ड
बैठक में फैसला लिया गया कि शहर में 100 स्थानों पर साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे. यहां पर पुराने खराब हो चुके साइनेज बोर्ड भी बदल दिए जाएंगे.
बैठक में फैसला लिया गया कि शहर में 100 स्थानों पर साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे. यहां पर पुराने खराब हो चुके साइनेज बोर्ड भी बदल दिए जाएंगे.
10 वाहन और 5 जेसीबी की रहेगी तैनाती
बर्फबारी के सीजन के चलते आगामी एक महीने तक 10 वाहन आउटसोर्स तौर पर लिए जाएंगे. ये सभी वाहन 4×4 होंगे. इसके अलावा इन वाहनों में स्नो चैन अन्य उपकरण भी होंगे. वहीं पांच जेसीबी यातायात को बहाल करने के लिए ठियोग, खड़ापत्थर, कुमारसैन, चौपाल और शिमला में तैनात की जाएगी. शहर में चार एबुलेंस भी तैनात होगी.
वाहनों पर लगेगा पीए सिस्टम
बैठक में फैसला लिया गया कि सभी एसओ, डीएसपी, एसएचओ के वाहनों व अन्य तैनात मशीनरी के ऊपर पीए सिस्टम लगाया जाएगा, ताकि आपातकालीन स्थिति में लोगों तक जरूरी सूचनाएं पहुंचाने में आसानी हो सके.
बर्फबारी के सीजन के चलते आगामी एक महीने तक 10 वाहन आउटसोर्स तौर पर लिए जाएंगे. ये सभी वाहन 4×4 होंगे. इसके अलावा इन वाहनों में स्नो चैन अन्य उपकरण भी होंगे. वहीं पांच जेसीबी यातायात को बहाल करने के लिए ठियोग, खड़ापत्थर, कुमारसैन, चौपाल और शिमला में तैनात की जाएगी. शहर में चार एबुलेंस भी तैनात होगी.
वाहनों पर लगेगा पीए सिस्टम
बैठक में फैसला लिया गया कि सभी एसओ, डीएसपी, एसएचओ के वाहनों व अन्य तैनात मशीनरी के ऊपर पीए सिस्टम लगाया जाएगा, ताकि आपातकालीन स्थिति में लोगों तक जरूरी सूचनाएं पहुंचाने में आसानी हो सके.