चंबा/शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज कुल्लू जिले में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन किया और प्रभावित परिवारों से बातचीत कर राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने मनाली के वशिष्ठ चौक, बाहंग और ओल्ड मनाली में क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और स्थानीय निवासियों की निजी सम्पतियों को हुई क्षति का पूर्ण जायजा लिया और प्रभावित परिवारों के साथ बात की। मुख्यमंत्री ने कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भारी बारिश से हुए नुकसान का भी जायजा लिया।
मनाली के वशिष्ठ चौक पर मुख्यमंत्री ने बीआरओ अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़क को जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने अखाड़ा बाजार में भूस्खलन के कारण हुए नुकसान का भी निरीक्षण किया और मृतकों के परिवारों के साथ संवदेना व्यक्त की।
उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना की और प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षतिग्रस्त भुंतर पुल और भूतनाथ पुल का भी निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस वर्ष मॉनसून के दौरान प्रदेशभर में भारी तबाही हुई है, जिससे जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा से और अधिक क्षति हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। पूरे प्रदेश में जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए गए हैं।
CM ने कहा कि चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए प्रशासन ने सेना के चिनूक तथा एम आई-17 हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली हैं और श्रद्धालुओं को भरमौर से चंबा निकालकर उन्हें उनके घर भेजा गया है।
पिछले कल भी भरमौर से 605 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल उन्हें उनके गंतव्य की ओर बिना किसी शुल्क के एचआरटीसी के बसों से रवाना किया गया। प्रदेश सरकार ने सभी प्रकार की परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कि जिन आपदा प्रभावित परिवारों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं और सामान खराब हो गया है, उन्हें राज्य सरकार 7.70 लाख रूपये की सहायता प्रदान कर रही है। इसके अलावा पशु धन की हानि के लिए भी उचित मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके सांसदों को प्रभावित परिवारों को एक बीघा वन भूमि व विशेष राहत पैकेज के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, भाजपा नेता केवल सोशल मीडिया में सक्रिय हैं, उन्होंने जमीनी स्तर पर आपदा प्रभावित लोगों के लिए कुछ नहीं किया है।
कांग्रेस के नेता लोगों के बीच जाकर आपदा के कारण हो रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए आगे आ रहे हैं और राज्य सरकार पूरी मजबूती के साथ आपदा प्रभावितों के साथ खड़ी है।