शिमला : राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विभिन्न खेल निकायों को निर्देश दिए कि वे स्टेट व नेशनल स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को उस अवधि के दौरान विशेष अवकाश उपस्थिति के रूप में दर्ज करें। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है।
सीएम ने कहा कि वर्तमान में विभिन्न खेल संघों, महासंघों या बोर्डों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को विशेष अवकाश प्रावधान की कमी के कारण स्कूलों में अनुपस्थित अंकित किया जाता है। इससे न केवल उनकी उपस्थिति प्रभावित होती है, बल्कि उनके आंतरिक मूल्यांकन व शैक्षणिक रिकॉर्ड पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
स्कूलों को ऐसे विद्यार्थियों को अनुपस्थित अंकित करने के बजाय विशेष अवकाश उपस्थित करने के रूप में अंकित करने के आदेश दिए गए हैं, जो स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) की प्रतियोगिताओं के लिए अपनाए गए प्रावधानों के समान हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का यह निर्णय समग्र विकास के दृष्टिकोण को प्रदर्शित कर रहा है, जिसके अनुसार खेल और शिक्षा एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में उपस्थिति दर्ज कराना छात्र विकास के लिए अधिक समावेशी और संतुलित विकास की ओर कदम को दर्शाता है।