नाहन में सड़कों पर उतरी ABVP, “सरकार” के खिलाफ नारेबाजी, पुतला भी फूंका

एबीवीपी के प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में प्रति घंटा आधार पर गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति करना प्रदेश में हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. सरकार का ये फैसला न केवल शिक्षा विरोधी है, बल्कि रोजगार विरोधी भी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के पुस्तकालयों में हजारों छात्र वर्षों से कड़ी मेहनत और परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, जो स्थाई नौकरी पाने की उम्मीद लगाए हुए हैं.

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नाहनः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शनिवार को गेस्ट टीचर नीति और मेडिकल कॉलेज को  कांशीवाला शिफ्ट करने के विरोध में नाहन में रैली निकालकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान छात्र कार्यकर्ताओं ने महिमा लाइब्रेरी के समीप राज्य सरकार का पुतला भी फूंका.
प्रदर्शन का नेतृत्व एबीवीपी के प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा और विभाग सह संयोजक अभी ठाकुर ने किया. इस दौरान राष्ट्रीय कला मंच की प्रदेश संयोजिका शीतल सूर्यवंशी ने भी विशेष रूप से उपस्थिति दर्ज कराई.
मनीष बिरसांटा ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में प्रति घंटा आधार पर गेस्ट टीचर्स की नियुक्ति करना प्रदेश में हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. सरकार का ये फैसला न केवल शिक्षा विरोधी है, बल्कि रोजगार विरोधी भी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के पुस्तकालयों में हजारों छात्र वर्षों से कड़ी मेहनत और परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, जो स्थाई नौकरी पाने की उम्मीद लगाए हुए हैं.
ये निर्णय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता पर भी प्रश्न चिह्न लग रहा है. गैप अरेंजमेंट के नाम पर स्कूल से कॉलेज स्तर तक गेस्ट टीचर्स के सहारे छात्रों को पढ़ाना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अनदेखा करने के समान है. साथ ही वर्षों की मेहनत के बाद नेट, सैट जैसी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने वाले युवाओं को स्थाई रोजगार न देना उनके साथ धोखा है.
इस मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग उठाई कि छात्र और युवा विरोधी निर्णय लेने से पहले प्रदेश सरकार युवाओं के स्थाई रोजगार और शिक्षा की गुणवत्ता के संबंध में गंभीरता से विचार करे. यदि सरकार जल्द इस विषय के संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं करती तो एबीवीपी आंदोलन और तेज करेगी.
इस अवसर पर डीसी सिरमौर कार्यालय परिसर के बाहर छात्रों ने नारेबाजी की. इसके बाद एडीएम सिरमौर के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया. इस दौरान अंकित ठाकुर, कमल, निखिल, वीनू, जतिन, वंश भंडारी और हर्ष समेत कई छात्र मौजूद रहे.