नाहन : जिला सिरमौर के गाताधार में चल रही PHC में 10 माह से डॉक्टर न होने से ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से दो-चार होना पड़ रहा है। आलम ये है कि लोगों को छोटे-मोटे उपचार के लिए भी दूरदराज के अस्पतालों की दौड़ लगानी पड़ रही है। लिहाजा, ग्रामीणों में विभाग और सरकार के प्रति रोष पनप रहा है।
भाजपा जिला सह मीडिया प्रभारी प्रताप सिंह रावत, ग्राम पंचायत प्रधान सांगना रीना देवी, उपप्रधान संतराम शर्मा, पूर्व पंचायत प्रधान देवेंद्र ठाकुर, भाजपा मंडल सचिव संगडाह मलको देवी, भाजपा एसटी मोर्चा मंडल सचिव गुमान सिंह शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा मंडल महामंत्री राकेश सांगटा कंठीराम शर्मा, हीरा सिंह नेगी, जगदीश ठाकुर और धर्मपाल शर्मा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गाताधार जिला सिरमौर के अति दुर्गम क्षेत्र में स्थित है।
यहां 6 पंचायतों के लोग अपना उपचार कराने के लिए आते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर के मरीजों को संगड़ाह और शिलाई अस्पताल अथवा नाहन मेडिकल कालेज जाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि ये पीएचसी प्रयोगशाला तकनीशियन के सहारे चल रही है।
उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में कार्य कर रहे मिड डे मील वर्कर को हर छठे महीने अपना मेडिकल फिटनेस देना पड़ता है, उसके लिए भी इन वर्करों को 40 किलोमीटर दूर संगडाह जाना पड़ रहा है।
रावत ने बताया कि यह क्षेत्र बर्फीला क्षेत्र है। बर्फ पड़ने के कारण सड़कें बंद हो जाती हैं, जिस कारण स्थानीय लोग अपना उपचार कराने के लिए कहीं नहीं जा सकते। लोगों का कहना है कि वर्ष 1996 में इस क्षेत्र में महामारी फैली थी, जिसमें क्षेत्र के 16 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विभाग और सरकार यहां जल्द से जल्द चिकित्सक की नियमित तैनाती करे। यदि एक महीने के अंदर चिकित्सक की नियुक्ति नहीं होती है तो फिर क्षेत्र के लोग सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने से भी कोई गुरेज नहीं करेंगे।