नाहन : शिक्षा उपनिदेशक हायर सिरमौर डॉ. हिमेंद्र बाली ने स्कूली व्यवस्थाएं जांचने और बच्चों के शिक्षा के स्तर को परखने के मकसद से सोमवार को जिले के दूरदराज क्षेत्रों के 2 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया।
सबसे पहले उपनिदेशक शिक्षा खंड नारग के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बोंगली खेच पहुंचे, जहां उन्होंने छात्रों के सामान्य ज्ञान को संतोषजनक पाया, लेकिन अंग्रेजी विषय के ज्ञान में कमी पाई। उन्होंने तुरंत अध्यापकों को इस दिशा में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए गए। साथ ही गणित विषय में सामने आई कमियों को भी तुरंत दूर करने का निर्देश दिया।
डॉ. बाली ने अध्यापकों को छात्रों के लिए लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने के लिए प्रयास करने पर जोर दिया। विद्यालय में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान, तम्बाकू रहित क्षेत्र, नशामुक्त भारत अभियान और सड़क सुरक्षा जैसे अभियान संतोषजनक पाए गए।
उन्होंने विद्यालय प्रशासन को मिड-डे मील के अवशिष्ट को परिसर से बाहर व्यवस्थित ढंग से रखने के निर्देश दिए, ताकि आवारा कुत्तों के प्रवेश को रोका जा सके। इसके अलावा बरसात से संभावित नुकसान से बचाव के लिए विद्यालय के पीछे सुरक्षा दीवार लगाने के भी निर्देश जारी किए।
इस विद्यालय में क्लस्टर प्रणाली और प्रधानाचार्य द्वारा अध्यापकों की प्रतिनियुक्तियों को विवेकपूर्ण पाया गया। उन्होंने पाया कि विद्यालय में टीजीटी नॉन मेडिकल, मेडिकल और वरिष्ठ सहायक के पद वर्ष 2023 से रिक्त पड़े हैं। इसको लेकर उन्होंने जल्द तैनाती का आश्वासन भी दिया।
इसके बाद उपनिदेशक ने भनोग स्कूल में भी दबिश दी। यहां भी उन्होंने विद्यार्थियों को अंग्रेजी में कमजोर पाया गया, जिसके लिए उन्होंने अध्यापकों को विषय के गहन अध्यापन के निर्देश दिए। इसके साथ साथ उन्होंने गणित विषय में सुधार लाने को कहा।
उपनिदेशक ने विद्यालय में मिड-डे मील प्रणाली, रोड़ सेफ्टी क्लब, स्कूल सेफ्टी व्यवस्था, आपदा प्रबंधन इकाई, राष्ट्रीय आविष्कार अभियान और डिजिटल लर्निंग को संतोषजनक पाया। उन्होंने अध्यापकों से छात्रों को स्थानीय बोली, परम्पराओं के ज्ञान और नैतिक मूल्यों से संबंधित शिक्षा देने को कहा।
उन्होंने बैग फ्री डे पर रीडिंग व लेखन प्रतियोगिता के अतिरिक्त, करिअर काउंसलिंग और अंतर सदनीय प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रमों को आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उपनिदेशक ने दोनों विद्यालयों के शिक्षकों को छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करने और शैक्षणिक कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने के भी सख्त निर्देश दिए।






