सोलन में हिंदी प्रवक्ताओं ने किया संवाद, 6 दिन चला क्षमता संवर्धन कार्यक्रम

एससीईआरटी सोलन में आयोजित कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता कार्यवाहक प्रिंसिपल रजनी सांख्यान ने की. कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. रामगोपाल शर्मा ने बताया कि इसमें बिलासपुर, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों के 39 हिंदी प्रवक्ताओं ने भाग लिया.

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सोलन : हिंदी प्रवक्ताओं के लिए एससीईआरटी सोलन में आयोजित 6 दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का रविवार को समापन हुआ. इस दौरान हिंदी साहित्य का इतिहास : नवीन आयाम- आदिकाल एवं भक्तिकाल के विशेष संदर्भ पर डॉ. बलदेव ठाकुर, साहित्य और सृजनशीलता : विचार और प्रक्रिया, प्रकाशन व वैविध्य : वर्तमान परिदृश्य पर डॉ. अशोक गौतम, हिंदी पठन-पाठन में तकनीक/संगणक की भूमिका एवं उसके लिए सहयोगी डिजिटल संसाधन और विद्यार्थियों में नशे की प्रवृति, उसकी रोकथाम और उपचार पर मनीष तोमर ने संवाद किया.
इसके साथ साथ भारतीय काव्य शास्त्र पर डॉ. कृष्ण लाल शर्मा, साहित्य, संस्कृति और भारतीय ज्ञान परंपरा : विविध आयाम एवं रचना धर्मिता में इसके समावेश पर डॉ. प्रेम लाल गौतम, हिंदी भाषा की विविध विधाएं : काव्य एवं गद्य विशेष के सन्दर्भ पर डॉ. पान सिंह, रेडियो : संचार का सहज और प्रभावी माध्यम व्यवहारिक अनुभव: डॉ. बीएस पंवार, सरकारी कर्मचारियों के लिए सेवा शर्तें, आचरण नियम और लीव रूल्स पर वेणी प्रसाद, भारतीय भाषा विज्ञान, व्यावहारिक हिंदी और हिंदी साहित्य में नारी लेखन पर डॉ. शोभा रानी, हिंदी पत्रकारिता का इतिहास एवं अभिव्यक्ति के विभिन्न माध्यम एवं हिंदी जनसंचार माध्यमों में रोजगार की संभावनाएं पर अरुण नैथानी और हिंदी साहित्य में विभिन्न विमर्शों पर डॉ. राजन तनवर ने प्रतिभागियों से संवाद किया.
प्रतिभागी प्रवक्ताओं में शामिल राजेश पाण्डेय, केवल शर्मा, जेरनैल सिंह, शीतल शर्मा, पूनम भारद्वाज, मोहिंद्र पाल, जगदीश चंद, बस्ती राम शर्मा, नैन्सी, निर्मला देवी और नलिनी आदि प्रवक्ताओं ने बताया कि कोर्स डिजाइन बहुत प्रभावी और आज की आवश्यकता के अनुरूप था. हिंदी में डिजिटल माध्यम कैसे प्रयोग हो, निरंतर उसकी जानकारी दी गई.