नाहन : स्वास्थ्य खंड धगेड़ा की ओर से मोगीनंद के एक निजी उद्योग परिसर में एनजीटी कैंप का भी आयोजन किया गया। बीएमओ डा. मोनीषा अग्रवाल ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण लोगों में जलजनित और वायु जनित समेत अन्य बीमारियों का खतरा अधिक रहता है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ऐसे औद्योगिक इलाकों में कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं, ताकि कामगारों के स्वास्थ्य की जांच की जा सके।
इस दौरान कई कामगारों का स्वास्थ्य जांचा गया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कई लोग बीपी, शूगर के साथ साथ एनेमिक भी पाए गए, जिन्हें निशुल्क दवाइयां भी वितरित की गईं। इस मौके पर डा. काम्या गुप्ता, डा. छवि बंसल, डा. निखिल गर्ग और डा. विशाल सहित विभाग के कई कर्मी मौजूद रहे।
विश्व रक्तदान दिवस पर मोगीनंद में विभाग ने लगाया शिविर
विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर स्वास्थ्य खंड धगेड़ा की ओर से औद्योगिक क्षेत्र मोगीनंद में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। बीएमओ डा. मोनीषा अग्रवाल ने कहा कि रक्तदान से हार्ट अटैक का खतरा 88 फीसदी कम होता है।
रक्तदान के बाद खून को आरबीसी, प्लाजमा और प्लेटलैट्स तीन भागों में बांटा जाता है। यानी एक बार दिए गए रक्तदान से तीन जिंदगियां बच सकती हैं। उन्होंने कहा कि इससे 33 फीसदी कार्डियो वैस्कुलर बीमारियां होने की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं।
स्वास्थ्य शिक्षिका कृष्णा राठौर ने बताया कि अपने शरीर पर टैटू गुदाने वाले लोग भी रक्तदान कर सकते हैं, लेकिन टैटू गोदने के एक साल बाद ही वह रक्त दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास चार मुख्य रक्त समूह होते हैं, जिनमें ए, बी, एबी और ओ शामिल हैं।
इनमें से प्रत्येक रक्त समूह या तो आरएचडी पॉजिटिव या आरएचडी नेगेटिव हो सकता है, जिससे कुल आठ रक्त समूह बनते हैं। इनमें ओ नेगेटिव ब्लड ग्रुप यूनिवर्सल ब्लड ग्रुप है। इस मौके पर 95 लोगों ने हिस्सा लिया।