नाहन : गर्मी का मौसम शुरू होते ही अस्पतालों में डायरिया, डिसेंट्री और डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. छोटे बच्चों के साथ साथ महिलाएं और बुजुर्ग लोग इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. लिहाजा, डॉक्टरों की ओर से मरीजों को इन रोगों से बचाव को लेकर खान-पान संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है.
दरअसल, मेडिकल कालेज नाहन में इन दिनों ऐसे मरीजों की ओपीडी बढ़ रही है. कई लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हैं, तो कई डायरिया और डिसेंट्री की चपेट में आ रहे हैं. ये तीनों ही ऐसी स्थितियां हैं, जो आंत और शरीर के तरल पदार्थों से जुड़ी हैं.

विशेषज्ञों के मुताबिक डिसेंट्री एक संक्रामक रोग है, जो आंत में बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के संक्रमण से होता है. इसके लक्षणों में पेट में दर्द, बुखार, उल्टी और बार-बार मल त्याग शामिल हो सकते हैं, जबकि डायरिया संक्रमण, बासी भोजन और स्वास्थ्य विकार जैसे कारणों से होता है. इसके लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी और बुखार शामिल हो सकते हैं.
इसी तरह डिहाइड्रेशन तब होता है, जब शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है. डायरिया और उल्टी होने पर शरीर में तरल पदार्थों की कमी होती है और डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है.
मेडिकल कालेज नाहन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय पाठक ने बताया कि गर्मियां शुरू होते ही आम तौर पर डायरिया, डिसेंट्री और डिहाइड्रेशन जैसे रोग बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि डायरिया और डिसेंट्री से बचने के लिए बेहद ये जरूरी है कि बासी भोजन न खाएं.
ऐसे मामलों से बचने के लिए केवल शुद्ध और ठंडा पानी ही पीयें. उन्होंने कहा कि इन दिनों ठंडे पानी के लिए लोग कई बार नालों और बावड़ियों से पानी पी लेते हैं. ऐसे में इन रोगों के बढ़ने के चांस बढ़ जाते हैं.
यदि बावड़ी आदि का पानी पीने के लिए इस्तेमाल में ला रहे हैं तो उसे उबालने के बाद ठंडा करके पीयें. गर्मी के दिनों में खासकर हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें. इससे भी डायरिया और डिसेंट्री हो सकता है.
उन्होंने बताया कि इसी तरह डिहाइड्रेशन से बचने के लिए ओआरएस घोल का इस्तेमाल करें. चीनी और नींबू का घोल या फिर नींबू पानी पीयें. उन्होंने बताया कि मुंह सूखना, स्किन ढीली पड़ना और सुस्ती आना इसके लक्षण हैं.
उन्होंने सभी लोगों को सलाह दी कि वह इन रोगों से बचने के लिए खान-पानी संंबंधी सावधानी बरतें और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवाइयां लें.