बिलासपुर में 25,732 बच्चों को पिलाई गई पोलियो की खुराक, लक्ष्य के मुकाबले 95 प्रतिशत उपलब्धि

अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए जिले भर में 275 पल्स पोलियो बूथ स्थापित किए गए थे। इसके लिए 544 टीमें गठित की गई थीं और 64 सुपरवाइजर तैनात किए गए थे। इसके अतिरिक्त 8 ट्रांजिट साइटें भी बनाई गई थीं, जहां यात्रा कर रहे बच्चों को भी पोलियो की दवाई पिलाई गई।

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बिलासपुर : जिला बिलासपुर में रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को “दो बूंद जिंदगी की” दवाई पिलाई गई। इस अभियान के अंतर्गत जिले में कुल 27,037 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष 25,732 बच्चों को दवाई पिलाई गई और लगभग 95 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की गई।

पल्स पोलियो अभियान की औपचारिक शुरुआत डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीमों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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उन्होंने बताया कि अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए जिले भर में 275 पल्स पोलियो बूथ स्थापित किए गए थे। इसके लिए 544 टीमें गठित की गई थीं और 64 सुपरवाइजर तैनात किए गए थे। इसके अतिरिक्त 8 ट्रांजिट साइटें भी बनाई गई थीं, जहां यात्रा कर रहे बच्चों को भी पोलियो की दवाई पिलाई गई।

डीसी ने कहा कि जो बच्चे 21 दिसंबर को पोलियो की खुराक से वंचित रह गए हैं, तो 22 और 23 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर ऐसे बच्चों को दवाई पिलाएंगी। उन्होंने जिलावासियों से अपील की कि 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को 22 और 23 दिसंबर को पोलियो की दवाई अवश्य पिलवाएं, ताकि उन्हें आजीवन पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखा जा सके।

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