बिलासपुर : गोविंद सागर झील के लुहणू मैदान के समीप आयोजित तीन दिवसीय जल तरंग जोश महोत्सव-2025 का शुक्रवार को तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने भव्य आगाज किया। उन्होंने क्रूज के माध्यम से झील में पहुंचकर हरी झंडी दिखाकर वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का औपचारिक शुभारंभ किया।
इस वाॅटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में उतरी भारत राज्यों सहित हिमाचल प्रदेश के 200 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान जिला पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के पायलटों द्वारा हवा से पुष्प वर्षा कर कार्यक्रम को और भी आकर्षक और मनोहारी बनाया।
इसी दौरान स्टिल वॉटर राफ्टिंग प्रतियोगिता की शुरुआत हुई, जिसमें हिमाचल की टीम विजयी रही। साथ ही कैनोइंग और कयाकिंग का भी शानदार प्रदर्शन किया गया।
राजेश धर्माणी ने मेला ग्राउंड में पहुंचकर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने रेड क्रॉस और आजीविका मेले का भी शुभारंभ किया।
उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार जिला बिलासपुर में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि वॉटर स्पोर्ट्स, एडवेंचर स्पोर्ट्स और एयरो स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर को वीकेंड टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली से बड़ी संख्या में पर्यटक आकर ठहर सकेंगे, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और यहां के पर्यटन विकास को एक नई गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से जिला में ऐसा अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है, जहां पर्यटकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि जिला में पर्यटन गतिविधियों को देखते हुए होमस्टे को और अधिक बढ़ावा दिया जाएगा।
बहादुरपुर, कोटधार, बंदला और सयूल खास जैसे क्षेत्रों में पर्यटन विकास की व्यापक संभावनाएं हैं, जिन्हें चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा।
धर्माणी ने कहा कि बिलासपुर के औहर में एक बड़ा पर्यटन केंद्र विकसित किया जा रहा है, जिस पर अब तक लगभग 100 करोड़ रुपए से अधिक व्यय किए जा रहे हैं, जिससे पर्यटकों के लिए रहने व सुविधाओं का व्यापक ढांचा विकसित होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमुडा के माध्यम से बद्दी और सिरमौर के सराहां क्षेत्र में टाउनशिप विकसित कर रही है और बिलासपुर जिला में भी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थापित करने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कार्य किया जा रहा है और आने वाले समय में बिलासपुर रेलवे मार्ग से भी जुड़ जाएगा, जिससे जिला की व्यापारिक गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
इससे पहले डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और महोत्सव के आयोजन संबंधी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय जल तरंग जोश महोत्सव जल क्रीड़ा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, स्वास्थ्य सेवाओं, महिला स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनी, फिटनेस गतिविधियों और नशा-मुक्ति जागरूकता अभियानों का एक साथ अनूठा संगम है।
उन्होंने कहा कि जिला के युवाओं को सकारात्मक दिशा देने, स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करने और महिला स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दृष्टि से यह आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि इस आयोजन के माध्यम से बिलासपुर को पर्यटन, एडवेंचर स्पोर्ट्स और सामुदायिक गतिविधियों के क्षेत्र में नई पहचान मिल सके। एडीसी ओमकांत ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
पहले दिन आयोजित हुए तीन इवेन्टस
जल तरंग जोश महोत्सव के पहले दिन तीन इवेंट का आयोजन हुआ, जिनके पहले राउंड में फील फ्री कायकिंग में के1, के2, कंट्री बोट और राफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई टीमों ने भाग लिया।
इसी प्रतियोगिता के दूसरे दिन 22 नवंबर को कैनोइंग और कयाकिंग जैसी जल क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित अन्य प्रदेशों की टीमें भाग लेंगी।





