55 घंटे बाद तीसरे दिन बहाल हुआ पांवटा साहिब-शिलाई NH-707, भूस्खलन स्थल पर पहुंच SDM ने लिया स्थिति का जायजा

इस स्थल पर पहाड़ी से इतनी भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ कि इसे बहाल करने में काफी वक्त लग गया। भूस्खलन के बाद हाईवे पर व्यवस्थाओं को बनाए रखने और बहाली को लेकर SDM शिलाई मौके पर डटे रहे। फिलहाल, हाईवे बहाल होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।

0

नाहन : पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे-707 तीसरे दिन 55 घंटे के बाद बहाल हो गया। इसके बाद क्षेत्रवासियों के साथ साथ वाहन चालकों और यात्रियों ने राहत की सांस ली। बुधवार दोपहर बाद ठीक 2 बजे हाईवे की बहाली के दौरान एसडीएम शिलाई जसपाल मौके पर पहुंचे और भूस्खलन स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद ही हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।

हालांकि, हाईवे को अभी अस्थायी तौर पर खोला गया है। अब भी हाईवे के ऊपर भारी मलबा जमा है, जो कभी भी नीचे आ सकता है। लिहाजा, SDM स्वयं इस प्वाइंट को लेकर पूरी नजर बनाए हुए हैं। ये हाईवे 10-12 दिन के भीतर तीसरी बार इसी प्वाइंट पर बंद हो चुका है। बारिश के दौरान हाईवे फिर बंद हो सकता है। ऐसे में व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है।

बता दें कि ये हाईवे गत सोमवार सुबह 5 बजे उत्तरी गांव के समीप बंद हुआ था। इसके बाद सड़क की बहाली का कार्य लगातार जारी रहा। इस स्थल पर पहाड़ी से इतनी भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ कि इसे बहाल करने में काफी वक्त लग गया। भूस्खलन के बाद हाईवे पर व्यवस्थाओं को बनाए रखने और बहाली को लेकर SDM शिलाई मौके पर डटे रहे। फिलहाल, हाईवे बहाल होने से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।

24 घंटे के भीतर 1.23 करोड़ का नुकसान
वहीं, बारिश के चलते पिछले 24 घंटे के भीतर जिले में 1.23 करोड़ का नुकसान आंका गया है। बुधवार को 24 सड़कें बंद रहीं, जिसमें शिलाई डिवीजन की 8, नाहन और राजगढ़ डिवीजन की 5-5, पच्छाद की 4, संगड़ाह और पांवटा साहिब की 1-1 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

इससे विभाग को 56.78 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। बंद सड़कों के चलते किसान अपनी नगदी फसलों को बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। वहीं, कई कामकाजी लोगों के साथ साथ वाहन चालकों और यात्रियों को भी गंतव्य तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा जल शक्ति विभाग की 13 स्कीमें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे विभाग को 67 लाख रुपये की चपत लगी है।