नाहन|
Health checkup Camp Jamta : सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन से 13 किलोमीटर दूर नावणी पंचायत के जमटा में शनिवार को वैल्यूसेंट फाउंडेशन की ओर से बच्चों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया. शिविर में बच्चों के जाने माने चिकित्सक एवं जेडी चाइल्ड केयर पिंजौर डा. अनुपम चतुर्वेदी ने बच्चों की जांच की. इस दौरान पाया गया कि अनुचित पोषण के चलते बच्चे एनीमिया के शिकार हो रहे हैं.
बच्चों के कमजोर स्वास्थ्य के चलते उनका विकास नहीं हो पा रहा है. इसके साथ साथ बच्चों में दांतों की समस्या भी आम पाई गई. अधिकांश बच्चों के दांतों में कैविटी की समस्या मिली. इसके साथ साथ उचित पोषण और संतुलित आहार की कमी से बच्चों का वजन भी नहीं बढ़ पा रहा है.
डा. अनुपम चतुर्वेदी ने इस दौरान नवजात बच्चों से लेकर 14 वर्ष की आयु वर्ग के 200 से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य परखा. शिविर के दौरान खांसी, जुकाम और बुखार से ग्रस्त बच्चों के मामले भी सामने आए. इस दौरान दूरदराज क्षेत्रों से अभिभावक अपने बच्चों को लेकर शिविर में पहुंचे. इसके साथ साथ स्थानीय स्कूल के बच्चों का भी स्वास्थ्य जांचा गया.
डा. अनुपम चतुर्वेदी ने बताया कि उचित पोषण के अभाव में बच्चे एनीमिया का शिकार हो रहे हैं. बच्चों का वजन कम था. दांतों की समस्या भी बच्चों में आम मिली. उन्होंने बताया कि अभिभावकों को बच्चों की विशेष देखभाल और पोषण को लेकर जागरूक किया गया है. बच्चों में बीमारी के अनुसार आवश्यक दवाइयां भी लिखी गई हैं.
उधर, वैल्यूसेंट फाउंडेशन गुरूग्राम की सीईओ नेहा चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी फाउंडेशन स्वास्थ्य जांच शिविरों के साथ साथ समाज के उत्थान के लिए भी काम कर रही है. सामाजिक सरोकार के कार्यों में फाउंडेशन बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है.
उन्होंने बताया कि 2022 में स्थापित वैल्यूसेंट फाउंडेशन , वैल्यूसैंट ग्रुप की सीएसआर पहल है. ये फाउंडेशन बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवा जागरूकता और सुरक्षात्मक दवा, ग्रामीण बच्चों के लिए आईटी शिक्षा, ग्रामीण माताओं के लिए अंग्रेजी कक्षाएं, महिलाओं का व्यावसायिक प्रशिक्षण, वंचित मेधावी लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, कामकाजी महिलाओं के लिए लैंगिक समानता जागरूकता शिविर लगाना और स्कूल जाने वाले बच्चों में जल संरक्षण और जागरूकता जैसे कई विषयों पर कार्य कर रहा है. वैल्यूसेंट फाउंडेशन के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों के लिए समानता, समावेश और सतत् विकास में निहित भविष्य बनाना मुख्य मकसद है.