नाहन : जिला सिरमौर स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत 100 दिवसीय जन भागीदारी अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत विभाग ने सर्वे के माध्यम से ऐसी 75,000 आबादी का चयन किया है, जिनमें रोग की संभावना ज्यादा है. लिहाजा, इन 100 दिनों में संबंधित आबादी की स्क्रीनिंग की जानी है. इसे स्वास्थ्य विभाग ने 16 कैटेगरी में बांटा है.
7 दिसंबर से शुरू हुए इस अभियान के तहत विभाग को स्क्रीनिंग के दौरान टीबी के 2 नए मरीज मिले हैं, जिनका विभाग ने उपचार शुरू कर दिया है. अभी तक की गई स्क्रीनिंग में 4,003 लोगों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है. इसके अलावा स्क्रीनिंग में यह भी सामने आया है कि इनमें से 1,477 लोग स्मोकर्स हैं, जबकि करीब 300 लोग शराब पीने के आदी. वहीं स्क्रीनिंग में ऐसे लोगों की संख्या भी काफी मिली हैं, जिनमें डायबिटीज है. नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) है या फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से उनका ईलाज चल रहा है. बता दें कि जिला में करीब 700 टीबी के मरीज हैं, जिनकी संख्या घटती-बढ़ती रहती है.
जिला सिरमौर में 13 दिनों के भीतर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 11,800 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. इसके अलावा 989 लोगों को एक्सरे और 712 लोगों को बलगम की जांच के लिए रैफर किया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि स्क्रीनिंग के लिए जब भी आशा वर्कर आएं, तो उनके सवालों का सही जवाब दें. यदि वह एक्सरे के लिए बोलें, तो अपना एक्सरे जरूर करवाएं. विभाग एक्सरे के लिए भी विशेष इंतजाम कर रहा है.
9 निक्षय मित्र शिविर का भी आयोजन
अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के विभिन्न स्थानों पर 49 निक्षय मित्र शिविर भी लगाए गए. ये शिविर टीबी रोगियों की सहायता और रोग रोकने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कई तरह की गतिविधियां भी करवाई जा रही हैं. शिविरों में निक्षय मित्र बनने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही निक्षय मित्र योजना बारे भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है.

100 दिन चलने वाले इस अभियान के दौरान जिनमें लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनके बलगम के सैंपल लिए जा रहे हैं और जिनमें लक्षणों की पहचान नहीं हो पा रही है, ऐसे केस एक्सरे के लिए रैफर किए जा रहे हैं. उम्मीद है कि वर्लेबल पॉपुलेशन की स्क्रीनिंग के बाद टीबी रोगियों की दर कम होगी. जल्द उपचार संभव होगा. साथ ही टीबी से मृत्यु दर में भी कमी आएगी. उन्होंने स्क्रीनिंग के दौरान लोगों से सहयोग की अपील की है. – डा. अजय पाठक, सीएमओ सिरमौर
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