नाहन : एफडीआर (फुल डेफ्थ रिक्लामेशन) टेक्नीक से बनने वाली जमटा-बिरला सड़क का सोमवार से निर्माण कार्य शुरू हो गया है. ये नाहन विधानसभा क्षेत्र और डिवीजन की पहली सड़क होगी, जिसका निर्माण इस टैक्नीक से होगा. 21.330 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर 19.15 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
- फेसबुक पेज से जुड़िए :
https://www.facebook.com/aapkibaatnewsnetwork
बता दें कि इस सड़क के निर्माण से पहले 100 मीटर पैच पर ट्रायल किया गया था, जिसके सैंपल पहले एक हफ्ते के भीतर और उसके 28 दिनों बाद फिर से टेस्टिंग के लिए एनआईटी कुरूक्षेत्र भेजे गए थे. विभाग के मुताबिक ये सैंपल गुणवत्ता पर खरा उतरे हैं. विभाग को इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद सड़क के निर्माण को मंजूरी मिल गई है. लोक निर्माण विभाग नाहन डिवीजन के अधिशासी अभियंता ई. आलोक जनवेजा की मौजूदगी में जमटा से इस सड़क का कार्य शुरू कर दिया गया. इस दौरान विभाग के सहायक ई. अभियंता दलीप चौहान भी मौजूद रहे.
बता दें कि जिला सिरमौर में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) 3 के तहत एफडीआर टेक्नीक से इस सड़क के अपग्रेडेशन का कार्य किया जा रहा है. जमटा-बिरला सड़क की चौड़ाई मौजूदा समय में 3.05 मीटर है, जिसे बढ़ाकर 3.75 मीटर किया जाएगा. यानी तारकोलयुक्त इस सड़क की चौड़ाई पहले से 70 सेंटीमीटर अधिक बढ़ जाएगी. इसके बनने से इस सड़क पर सफर बेहद मजेदार हो जाएगा. सड़क पर वाहनों को पास देने में चालकों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. ये सड़क न केवल मजबूत होगी, बल्कि टिकाऊ भी होगी.
मौके पर पहुंची भारी मशीनरी
इस सड़क के निर्माण के लिए महिंद्र सिंह कंस्ट्रक्शन की भारी मशीनरी मौके पर पहुंची है. सड़क के निर्माण से पूर्व इसके चौड़ीकरण का कार्य भी चल रहा है. सड़क किनारे निकासी नालियों के साथ साथ पुलिया और डंगों आदि का निर्माण भी किया जा रहा है.
मौजूदा समय में सड़क की ये स्थिति
मौजूदा समय में ये सड़क काफी तंग है. कई बार सड़क पर वाहनों को पास देने के लिए चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. काफी समय से सड़क की मरम्मत न होने से इसकी हालत भी काफी खस्ता हो चुकी थी. ये सड़क गुरू की नगरी पांवटा साहिब और धार्मिक एवं पर्यटन स्थल श्री रेणुकाजी को भी जोड़ती है.
पहाड़ दरकेंगे ना ही पर्यावरण को नुकसान
खास बात ये है कि इस टेक्नीक से सड़क की लाइफ शैल 15-20 वर्ष तक बनी रहेगी. इससे न तो पहाड़ दरकने का खतरा होगा और ना ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा. ये पूरी तरह से ईको फ्रैंडली सड़क होगी. इस टैक्नीक में सड़क से निकलने वाले मेटीरियल को यहीं रिसाइकल कर इस्तेमाल में लाया जा रहा है.
शुरू हुआ कार्य
एफडीआर टेक्नीक से बनने वाली नाहन डिवीजन की पहली जमटा-बिरला सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. इस सड़क के ट्रायल पैच के सैंपलों की क्वालिटी चैक होने के बाद ही कार्य को गति दी गई है. जल्द इसका कार्य पूरा हो जाएगा. ये एक जर्मन टैक्नालॉजी है. इस प्रक्रिया में पहले सीमेंट का इस्तेमाल होता है. इस टैक्नीक में सड़क के ही मैटीरियल की स्ट्रेंथ को इंप्रूव किया जाता है.
ये ईको फ्रैंडली टेक्नालॉजी है. लिहाजा, इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. अंतिम चरण में तारकोलयुक्त सड़क बनाई जाएगी. निर्माण कर रही कंपनी को सड़क की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.
– ई. आलोक जनवेजा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग नाहन