सोलन के गुरुकुल स्कूल में CBSE की STEM शिक्षा पर कार्यशाला

इस दौरान चार तकनीकी सत्रों के माध्यम से संवादात्मक, प्रायोगिक एवं नवाचार-युक्त शिक्षण विधियों का प्रदर्शन किया गया।

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सोलन : गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न हुआ। इस कार्यशाला ने अनुभवात्मक अधिगम और आधुनिक STEM तकनीकों के समावेश के माध्यम से शिक्षण क्षेत्र को नई दिशा देने का कार्य किया।

कार्यशाला के प्रमुख विशेषज्ञ प्रो. विवेक सहगल (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साइंस एवं आईटी) और डॉ. आशीष कुमार (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, सिविल इंजीनियरिंग), जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी वाकनाघाट से रहे, जिन्होंने प्रतिभागी शिक्षकों को अनुभवात्मक शिक्षण, परियोजना-आधारित अधिगम, AR/VR, कोडिंग, रोबोटिक्स और ICT के मूल्यांकन एवं कार्यान्वयन की रणनीतियों से अवगत कराया।

चार तकनीकी सत्रों के माध्यम से संवादात्मक, प्रायोगिक एवं नवाचार-युक्त शिक्षण विधियों का प्रदर्शन किया गया, जिससे उपस्थित शिक्षकों को समकालीन तकनीकों से जुड़ने और पारंपरिक पद्धतियों से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।

विशेष उल्लेखनीय तथ्य यह रहा कि सीबीएसई से संबद्ध विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों के साथ-साथ आयोजक विद्यालय गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के शिक्षकों ने भी इस कार्यशाला में पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।

विद्यालय की प्राचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल सूचनाएं देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में जिज्ञासा, रचनात्मकता और समाधान खोजने की क्षमता विकसित करना है।

STEM आधारित अनुभवात्मक अधिगम वर्तमान युग की मांग है और हम अपने शिक्षकों को इस दिशा में तैयार कर भविष्य के सशक्त भारत की नींव रखने में योगदान दे रहे हैं।

डॉ. अरोड़ा ने सभी विशेषज्ञों, सहभागियों तथा आयोजन समिति का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुकुल स्कूल भविष्य में भी इसी प्रकार के प्रेरक, प्रासंगिक और परिवर्तनशील कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा।