हिमाचल प्रदेश में पहली बार एक ऐसे अनोखे क्रिकेट टूर्नामेंट का आगाज होने जा रहा है, जिसमें हर विकेट के बदले पेड़ लगाए जाएंगे. हिमाचल प्रदेश में तो अपनी तरह का ये पहला ऐसा टूर्नामेंट होगा ही, माना ये भी जा रहा है कि ये उत्तर भारत का भी पहला आयोजन हो सकता है, जिसमें विकेट के बदले पेड़ लगाकर धरती मां का श्रृंगार किया जाएगा.
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नाहन : बता दें कि जिला सिरमौर में जितने भी टूर्नामेंट खासकर किक्रेट के हो रहे हैं, वह युवाओं को नशे से दूर रखने और खेल के प्रति प्रोत्साहित करने संबंधी थीमों पर आधारित हैं, लेकिन धरती मां के श्रृंगार और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ये मुहिम सबसे हटकर मानी जा रही है. इस टूर्नामेंट की थीम ही स्वस्थ समाज बनाएंगे, हम पर्यावरण को बचाएंगे रखी गई है.
बड़ी बात ये हैै कि अब इस क्रिकेट टूर्नामेंट में कई टीमों को एंट्री नहीं मिल पा रही है. टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए स्लॉट बंद हो चुका है. अभी भी 12 से 15 टीमें इस टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए लाइन में लगी हैैं, जिन्हें अब अगले वर्ष ही प्रवेश मिल पाएगा.
ये अनोखा क्रिकेट टूर्नामेंट जिला सिरमौर की कांसर पंचायत में 7 अप्रैल से शुरू होगा. टूर्नांमेंट की सारी तैयारियां मकम्मल की जा चुकी है. ये 15 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें 80 टीमों को ही एंट्री मिली है. इन टीमों के 8 पुल बनाए गए हैं. सोमवार को टूर्नामेंट का शुभारंभ बिरला पंचायत के पूर्व प्रधान एवं श्री रेणुकाजी भाजपा नेता सुनील शर्मा करेंगे. जबकि समापन समारोह में जिला सिरमौर के प्रसिद्ध व्यावसायी एवं समाजसेवी विनोज शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे.
इस क्रिकेट टूर्नामेंट की खास बात यही है कि गिरने वाली हर विकेट के बदले पेड़ लगाने की मुहिम इस पंचायत के दुर्गा नवयुवक मंडल ने शुरू की है. टूर्नामेंट में 80 टीमों के 880 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. इस लिहाज से यदि टूर्नामेंट में 500 विकेट भी गिरते हैं तो इनके बदले इतने ही पेड़ लगाए जाएंगे. इस पूरी मुहिम में कितने पेड़ लगाए जाएंगे, ये टूर्नामेंट के दौरान गिरने वाले कुल विकेट के आधार पर ही तय किया जाएगा. इसका रिकार्ड प्रतिदिन स्कोर शीट के हिसाब से इकट्ठा किया जाएगा.
शहीद रोत्तम लाल को समर्पित है ये टूर्नामेंट
हिमाचल को देवभूमि के साथ साथ वीरभूमि भी कहा जाता है. यहां कारगिल योद्धा कैप्टन विक्रम बत्रा जैसे बलिदानी भी हैं और ऐसे ही अनेकों सैनिक मां भारती की रक्षा के लिए देश पर कुर्बान हुए हैं. इन्हीं में से एक शहीद रोत्तम लाल भी हैं, जो वर्ष 2014 में चाइना बार्डर के पास समधू में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे. इसी महान सपूत की समृति में वर्ष 2015 से ही सिरमौर की कांसर पंचायत में शहीद रोत्तम लाल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन होता आ रहा है.
विजेताओं को मिलेंगे लाखों रुपये के पुरस्कार, दर्शक भी नहीं जाएंगे खाली हाथ
इस टूर्नामेंट की खास बात ये भी है कि विजेता, उपविजेता सहित अन्य सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को लाखों रुपये के पुरस्कारों से नवाजा जाएगा. इसमें विजेता टीम को 1.11 लाख का प्रथम पुरस्कार व ट्राफी, उपविजेता टीम को 55,555 रुपये का पुरस्कार व ट्राफी, तृतीय और चतुर्थ स्थान पर रहने वाली टीमों को क्रमशः 5100-5100 रुपये नकद व ट्राफी प्रदान की जाएगी. यही नहीं पांचवें, छठे, सातवें व आठवें पुरस्कार के तौर पर 3100-3100 व ट्राफी पुरस्कार के तौर पर दी जाएगी.
इसके अलावा मैन ऑफ द सिरीज रहने वाले खिलाड़ी को 5100 व ट्राफी, सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को 2100 व ट्राफी, सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज को 2100 रुपये व ट्राफी, सर्वश्रेष्ठ विकेट कीपर को 2100 व ट्राफी, उभरते हुए खिलाड़ी को 2100 रुपये व ट्राफी, फेयर प्ले अवार्ड 1100 रुपये व ट्राफी प्रदान की जाएगी. इसके साथ साथ 6 गेंदों में 6 छक्के या हैट्रिक लेने वाले खिलाड़ी को 500 रुपये और दर्शकों में एक हाथ से कैच पकड़ने वाले को भी 100 रुपये के ईनाम से नवाजा जाएगा.
उधर, दुर्गा नवयुवक मंडल कांसर के प्रधान दिनेश, उपप्रधान राजकुमार, सूरज नेगी, अनूप नेगी, कुलदीप शर्मा, पवन शर्मा, शिशुपाल, मयूर, विनय नेगी और भीम दत्त आदि ने बताया कि इस टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों में बेहद क्रेज है. उन्होंने बताया कि इस तरह का आयोजन पहले कभी नहीं किया गया. क्षेत्र के शहीद को श्रद्धांजलि देने के मकसद से ही ये टूर्नामेंट आयोजित किया जाता है, लेकिन इस बार खास बात ये है कि टूर्नामेंट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी जन-जन तक पहुंचाना लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि इस टूर्नामेंट की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. जिन टीमों को इस बार एंट्री नहीं मिल पाई है, उन्हें अगली बार प्राथमिकता दी जाएगी. इस मर्तबा सिर्फ 80 टीमें को ही एंट्री मिल पाई है.
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