नाहन|
जिला सिरमौर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में लोहड़ी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. पर्व के मौके पर बाजारों में खास रौनक रही. लोगों ने दिनभर बाजारों में तिल, गुड़, रेवड़ी, गजक और मूंगफली आदि की खरीदारी की और शाम ढलते ही लोहड़ी जलाई.
लोगों ने अपने-अपने इलाकों में सामूहिक रूप से और घरों के बाहर भी लोहड़ी जलाकर रेवड़ी और मूंगफली आदि की आग में आहुति देकर परिवार की खुशहाली और मंगलमय जीवन की कामना की. महिलाओं द्वारा मंगल गीत गाए गए और अग्नि की परिक्रमा भी की.
बता दें कि लोहड़ी के त्योहार पर लोग अपने घरों के बाहर लकड़ियां जलाते हैं और आग में मूंगफली, रेवड़ी और अन्य चीजें डालकर आहुति दी जाती है. इस आहुति से परिवार की सुख-शांति की कामना की जाती है. लोहड़ी पर आग जलाने के बाद इन रेवड़ी, मूंगफली, गजक आदि को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. मान्यता है कि लोहड़ी का त्योहार सूर्य देव और अग्नि देव को समर्पित है.
जिला सिरमौर में ये पर्व जिला मुख्यालय नाहन सहित निचले इलाकों में मनाया जाता है. जबकि, ऊपरी पहाड़ी इलाकों में इस पर्व को मनाने की परंपरा नहीं है. जिले के शिलाई, कफोटा, रोनहाट, हरिपुरधार, राजगढ़, पच्छाद और सैनधार आदि इलाकों में इन दिनों माघी पर्व मनाया जा रहा है. सीएमओ कार्यालय नाहन में स्वास्थ्य विभाग और ड्रग विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर लोहड़ी जलाई. इस दौरान सीएमओ सिरमौर डा. अजय पाठक और एडीसी सन्नी कौशल समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
उल्लेखनीय है कि लोहड़ी पर्व दशकों से फसल उत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है. पारंपरिक रूप से कृषि पर निर्भर परिवारों के लिए लोहड़ी भरपूर फसल के लिए आभार व्यक्त करने का समय दर्शाती है. इसके साथ साथ यह पर्व अग्नि की पूजा से भी जुड़ा है, जो गर्मी और समृद्धि का प्रतीक है.