मेडिकल कॉलेज को शिफ्ट करने के विरोध में नाहन के बड़ा चौक में भाजपा का सांकेतिक धरना

डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस के नेता षड्यंत्र कर शहर को बर्बाद करने में जुटे हैं। बदलते परिवेश में नाहन का बाईपास भी बनेगा। नाहन की टनल भी बनेगी और यदि मेडिकल कॉलेज भी यहां से शिफ्ट हो गया तो नाहन शहर बर्बाद हो जाएगा। 

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नाहन : डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज को शिफ्ट करने के विरोध में मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में नाहन के बड़ा चौक में करीब 4 घंटे तक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डॉ. बिंदल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन की तस्वीर और तकदीर बदलने वाला संस्थान है।

इस संस्थान को शिफ्ट करना दुर्भाग्यपूर्ण है। बिंदल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज का भवन निर्माण पूर्ण होने पर 500 बिस्तरों का अस्पताल बनेगा। यहां पर 200 से अधिक चिकित्सक होंगे। 1000 से अधिक अन्य स्टाफ व 500 विद्यार्थी होंगे। 3000 लोग प्रतिदिन ओपीडी में आएंगे।  लगभग 10 हजार लोगों का आवागमन शहर में होगा। इससे हजारों रोजगार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सृजित होंगे। यहां आज भी 200 बिस्तर हैं। 1500 मरीजों की ओपीडी है। 100 डॉक्टर हैं। 300 का स्टाफ है।

डॉ. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस के नेता षड्यंत्र कर शहर को बर्बाद करने में जुटे हैं। बदलते परिवेश में नाहन का बाईपास भी बनेगा। नाहन की टनल भी बनेगी और यदि मेडिकल कॉलेज भी यहां से शिफ्ट हो गया तो नाहन शहर बर्बाद हो जाएगा।

बिंदल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भूमि, जल, सड़क, बिजली, पानी  पार्किंग के लिए स्थान उपलब्ध है और योजना का हिस्सा है। फिर शिफ्टिंग क्यों की जा रही है। बिंदल ने सवाल खड़ा किया कि कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए ढाई साल बीत चुके हैं। ढाई वर्षों तक निर्माणाधीन भवन सभी पूर्ण हो जाने चाहिए थे, लेकिन काम को बंद करके रखा गया है।

अब मेडिकल कॉलेज को शिफ्ट करने की बात की जा रही है। विस्तारीकरण शब्द केवल धोखा है। माता एवं शिशु अस्पताल निर्माण के 20 करोड़ रुपये अलग से आए हुए हैं। उसका भवन भी रोक दिया गया है। आज जरूरत है कि रुके हुए कामों को दोबारा शुरू किया जाए।