बनेठी और कंगनीवाला नेचर पार्क में आकर्षित करेंगी कैंपिंग साइट, एडवेंचर गतिविधियां, ईको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा

यह विस्तृत प्लान विभाग के मुख्य कार्यालय को भेजा जाएगा। हरी झंडी मिलते ही इस परियोजना पर तेजी से काम शुरू हो जाएगा।

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नाहन : जिला सिरमौर में पर्यटन को नई दिशा देने और प्रकृति प्रेमियों को अनूठा अनुभव प्रदान कराने के लिए वन विभाग नाहन एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहा है।

इस योजना के तहत नाहन वन मंडल के तहत आने वाले बनेठी और हाल ही में विकसित किए गए कंगनीवाला को नेचर पार्क को ईको-टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जाएगा।

यह पहल पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर आधारित होगी, जिसका उद्देश्य स्थानीय लोगों और पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाना और सरकार के लिए राजस्व जुटाना है। वन विभाग ने इन दोनों स्थलों को अपनी इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए चुना है।

बनेठी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। वहीं, नेचर पार्क कंगनीवाला को वन विभाग ने कुछ समय पहले ही वन्यजीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के उद्देश्य से तैयार किया है।

इन दोनों ही स्थानों पर अब कैंपिंग और विभिन्न प्रकार की एडवेंचर एक्टिविटीज जैसे ट्रेकिंग, बर्ड वाचिंग और अन्य रोमांचक गतिविधियां शुरू करने का प्रस्ताव है। यह योजना प्राकृतिक सौंदर्य को उजागर करने और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

वन विभाग का मानना है कि इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटकों को भी प्रकृति के बीच एक शांतिपूर्ण और यादगार अनुभव मिलेगा।

खास बात यह है कि इन दोनों स्थलों की लोकेशन बेहद रमणीक है। नेचर पार्क कंगनीवाला देहरादून-पांवटा साहिब-कालाअंब-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-07 पर स्थित है, जबकि बनेठी नेशनल हाईवे-907ए से सटा है। नेचर पार्क की दूरी नाहन से करीब 5 किलोमीटर दूर चंडीगढ़ हाईवे पर है।

जबकि, शिमला की ओर जाते वक्त नाहन से बनेठी की दूरी 20 किलोमीटर के आसपास है। यह सीधी पहुंच पर्यटकों के लिए इन स्थानों तक पहुंचना बेहद आसान बनाएगी, जिससे अधिक से अधिक लोग यहां का रुख कर सकेंगे।

उधर, डीएफओ नाहन अवनी भूषण राय ने बताया कि सरकार इको टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। वन मंडल में दो साइटों को चिन्हित किया गया है। यह विस्तृत प्लान विभाग के मुख्य कार्यालय को भेजा जाएगा। हरी झंडी मिलते ही इस परियोजना पर तेजी से काम शुरू हो जाएगा।

उम्मीद है कि यह पहल नाहन को पर्यटकों के लिए एक नया और रोमांचक विकल्प बनाएगी, जिससे आने वाले समय में यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। पीपीपी मोड आधारित इस योजना के आप्रेशनल होने के बाद सरकार को राजस्व भी जेनरेट होगा।