नाहन : हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजभाषा संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने के उद्देश्य से श्री गोरक्षनाथ राजकीय संस्कृत महाविद्यालय नाहन ने भाषा एवं संस्कृति विभाग सिरमौर के सहयोग से संस्कृत सप्ताह महोत्सव का भव्य आयोजन किया।
इस मौके पर संस्कृत के नारों और गीतों के साथ शहरभर में संस्कृत शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा महाविद्यालय से शुरू होकर मॉल रोड़, दिल्ली गेट, बड़ा चौक, छोटा चौक, बस स्टेशन और पक्का टैंक होते हुए वापस महाविद्यालय पहुंची।
छात्र-छात्राओं ने इस शोभायात्रा में जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत जिला भाषा अधिकारी कांता नेगी के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने इस आयोजन के उद्देश्य पर विशेष प्रकाश डाला। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने संस्कृत गीत, श्लोक, संस्कृत भाषण, एकल नृत्य और संस्कृत लोक नृत्य जैसी शानदार प्रस्तुतियां दीं। इन मनमोहक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया और संस्कृत की मिठास से माहौल को भर दिया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त एलआर वर्मा ने अपने उद्बोधन में संस्कृत के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संस्कृत सिर्फ हमारी सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं, बल्कि ज्ञान-विज्ञान का भी खजाना है और इसमें भारतीय दर्शन की गहरी समझ निहित है।
उन्होंने इस आयोजन के लिए सभी छात्र-छात्राओं की खूब सराहना की और उनका हौसला बढ़ाया। इस मौके पर संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य डॉ. सन्नी कुमार, डॉ. ज्ञानेश्वर शर्मा शर्मा समेत समस्त स्टाफ और विद्यार्थी मौजूद रहे। इस आयोजन ने नाहन को संस्कृत के गौरव और समृद्धि से रूबरू कराया।