बिजली उत्पादन में रामपुर हाईड्रो पावर स्टेशन ने रचा नया इतिहास, 3 माह पूर्व ही लक्ष्य पूरा

रामपुर जल विद्युत स्टेशन ने 18 दिसंबर 2024 को चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 1878.08 मिलियन यूनिट का अपना डिजाइन ऊर्जा लक्ष्य हासिल कर लिया. बड़ी बात ये है कि यह रिकॉर्ड लक्ष्य तय समय से तीन माह पूर्व ही हासिल किया गया है.

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चंद्रकांत पाराशर/रामपुर बुशहर: सीपीएसई नवरत्न उद्यम एसजेवीएन लिमिटेड के 412 मेगावाट रामपुर जल विद्युत स्टेशन ने 18 दिसंबर 2024 को चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 1878.08 मिलियन यूनिट का अपना डिजाइन ऊर्जा लक्ष्य हासिल कर लिया. बड़ी बात ये है कि यह रिकॉर्ड लक्ष्य तय समय से तीन माह पूर्व ही हासिल किया गया है.
बता दें कि रामपुर एचपीएस को देश की प्रतिष्ठित 1500 मेगावाट-नाथपा झाकड़ी जल विदयुत स्टेशन के रेंडम आधार पर प्रचालित किया जा रहा है, जो भारत के जलविद्युत क्षेत्र में अपने आप में ही एक असाधारण मॉडल है.
हाल ही में रामपुर एचपीएस ने सफल वाणिज्यिक प्रचालन के 10 वर्ष पूर्ण किए, जो स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन एवं क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान का एक दशक रहा है. गत एक दशक में रामपुर एचपीएस ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं. विद्युत स्टेशन ने 20,000 मिलियन यूनिट से अधिक ऊर्जा उत्पादन करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि को पार कर लिया है.
इस विद्युत स्टेशन ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में 955.6156 मिलियन यूनिट का अब तक का सर्वाधिक तिमाही एवं 11.0232 मिलियन यूनिट का अब तक का सर्वाधिक एकल-दिवसीय विद्युत उत्पादन हासिल किया है. 106.411% के प्रभावशाली अधिकतम संयंत्र उपलब्धता कारक के साथ रामपुर एचपीएस ने एक दशक में ₹8,000 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है. ये सभी उपलब्धियां विद्युत स्टेशन द्वारा अपनाए गए उच्च तकनीकी मानकों, कुशल रखरखाव एवं प्रचालनात्‍मक उत्कृष्टता को दर्शाती हैं.
यहां उल्लेखनीय है कि रामपुर एचपीएस ने कार्पोरेट  सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के अंतर्गत 37 करोड़ रूपए खर्च किए हैं, जिससे परियोजना प्रभावित क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिला है.
एसजेवीएन इस उपलब्धि का श्रेय एसजेवीएन के प्रबंधन के मार्गदर्शन में एसजेवीएनाइटस, विशेषतया आरएचपीएस टीम के समर्पण और सहयोगात्मक प्रयासों को देता है और इस सफलता को संभव बनाने में उनके अटूट सहयोग के लिए विद्युत मंत्रालय भारत सरकार, हिमाचल प्रदेश सरकार, स्थानीय प्रशासन, स्थानीय समुदायों और सभी हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त करता है.
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