नाहन : विश्व जल दिवस पर राजकीय विद्यालय मलगांव में एक रचनात्मक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के सभी छात्रों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य जल के महत्व और संरक्षण के प्रति युवा पीढ़ी को संवेदनशील बनाना था.
कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों ने अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए “जल ही जीवन है” और “जल संरक्षण: हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी” जैसे विषयों पर आकर्षक चित्र बनाए. छात्रों ने अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से नदियों की सुरक्षा, भूजल स्तर में गिरावट और वर्षा जल संचयन जैसे मुद्दों को उजागर किया.
इस अवसर पर विद्यालय की मुख्याध्यापिका शालू परमार ने कहा कि “यह गतिविधि छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिक बनने की प्रेरणा देती है. हमारा लक्ष्य है कि युवा पीढ़ी जल के समझदारीपूर्ण उपयोग को अपनी दैनिक आदतों में शामिल करें.”
उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जल संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जल ही जीवन है और इसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता. इसलिए हमें जल को व्यर्थ न बहाते हुए उसका सही उपयोग करना चाहिए.
चित्रकला प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया और रंगों के माध्यम से जल संरक्षण के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया. कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन समिति ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें जल संरक्षण के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया.