शहीद हवलदार बलदेव चंद पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से दी भारत मां के लाल को अंतिम विदाई

शहीद अपने पीछे अपनी पत्नी शिवानी, छह साल के बेटे ईशान ठाकुर, अपने माता-पिता और छोटे भाई दिनेश चंद को छोड़ गए हैं।

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बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर जिले के गंगलोह (थेह) गांव में रविवार को नम आंखों से शहीद हवलदार बलदेव चंद को अंतिम विदाई दी गई। उनका पूरे राजकीय सम्मान और सैन्य परंपराओं के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

इस मौके पर डीसी राहुल कुमार, एसपी संदीप धवल सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों, सुरक्षा बलों और भारी संख्या में ग्रामीणों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

डीसी ने बताया कि हवलदार बलदेव चंद (35) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। वह भारतीय सेना में 14 वर्षों से सेवाएं दे रहे थे।

मातृभूमि की रक्षा करते हुए उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा। शहीद अपने पीछे अपनी पत्नी शिवानी, छह साल के बेटे ईशान ठाकुर, अपने माता-पिता और छोटे भाई दिनेश चंद को छोड़ गए हैं।

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उधर, प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने शहीद हवलदार बलदेव चंद (35) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।

धर्माणी ने कहा कि वह वर्तमान में पालमपुर में आयोजित एक कॉन्क्लेव में सरकारी प्रतिनिधि के तौर पर भाग ले रहे हैं और जैसे ही वह अपने दौरे से वापस लौटेंगे, शहीद के परिवार से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट करेंगे। दुख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश शहीद के परिजनों के साथ खड़ा है।

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