स्मार्ट मीटर नीति के खिलाफ हिमाचल किसान सभा ने मोर्चा खोला, नाहन में बोर्ड को ज्ञापन सौंप जताया विरोध

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नाहन : हिमाचल किसान सभा की सिरमौर जिला कमेटी ने स्मार्ट मीटर नीति के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया है। सभा के पदाधिकारियों ने इस नीति को किसान, मजदूर और आम जनता के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।

वीरवार को जिला कमेटी के पदाधिकारियों ने इस संबंध में नाहन में अधीक्षण अभियंता को एक मांग पत्र सौंपा। पत्र में कहा गया कि स्मार्ट मीटर लगाने का फैसला गरीबों पर एक और आर्थिक बोझ डालेगा। इससे किसानों के घरों की बत्ती गुल हो जाएगी। किसानी कार्यों में बिजली का इस्तेमाल प्रभावित होगा, जिससे कृषि कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसका वहन करना आम परिवारों के लिए मुश्किल है।

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हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष सतपाल मान और महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि यह नीति जनहित के खिलाफ एक साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। स्मार्ट मीटर नीति से बिजली बोर्ड में रोजगार प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ बड़ी निजी डिस्कॉम कंपनियों को लाभ पहुंचाने और बिजली सेवा के पूर्ण निजीकरण की दिशा में सरकार का कदम है।

उन्होंने मांग की कि इस नीति को लेकर जिले के किसानों और आम जनता की राय सुनी जाए और जनहित में इस नीति को तुरंत रद्द किया जाए।इस मौके पर हिमाचल किसान सभा के कोषाध्यक्ष बलदेव सिंह  नाहन ब्लॉक के अध्यक्ष जगदीश पुंडीर, कोषाध्यक्ष नाहन ब्लाक राम सिंह वालिया के साथ-साथ पूर्व उपाध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा सहित राजेंद्र, गौरव धीमान और नरेश कुमार आदि मौजूद रहे।

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