
राजगढ़ : शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर बुधवार को सिरमौर जिला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भनोग के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान उन्होंने 51 लाख रुपये की लागत से नव निर्मित विज्ञान प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण किया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने शिक्षा के स्तर को और अधिक सुदृढ करने और विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना के अंतर्गत स्नातकोत्तर शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपए तक की शिक्षा ऋण सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है और लाभार्थी विद्यार्थी के परिवार की आय सीमा को भी 4 लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये प्रति वर्ष कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और पूरी तरह से साक्षर राज्य बनने का लक्ष्य हासिल किया है। प्रदेश वर्ष 2021 में 21वें स्थान पर था और अब आगे बढ़कर शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है।
छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप तैयार करने के लिए सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा शुरू की गई है और अगले शैक्षणिक सत्र से 100 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को सीबीएसई बोर्ड से संचालित किया जाएगा।
उन्होंने जिलावासियों को बधाई देते हुए कहा कि सिरमौर के पांवटा साहिब में पहला केंद्रीय स्कूल स्वीकृत हुआ है, जिससे विद्यार्थियों को और अधिक गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एसएमसी शिक्षकों व आईटी कंप्यूटर शिक्षकों और मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं व अंशकालिक जलवाहकों के मानदेय में 500 रुपये प्रति माह की वृद्धि की है।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। शिक्षा मंत्री ने अपनी ऐच्छिक निधि से 20 हजार की राशि भी प्रदान की।
इस दौरान जिला परिषद सदस्य आनंद परमार, कांग्रेस नेत्री दयाल प्यारी, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं व मांगों को मुख्य अतिथि के समक्ष रखा।






