नाहन : जिला सिरमौर के शिक्षा विभाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 4 जून को कोलर स्कूल में तैनात एक प्रवक्ता के ऑर्डर डेपूटेशन पर धारटीधार इलाके के सीनियर सैकेंडरी स्कूल बाड़थल मधाना के लिए हुए थे। हैरानी इस बात की है कि शिक्षक ने आज तक स्कूल में ज्वाइन ही नहीं किया है।
इससे न केवल स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, बल्कि सरकार के आदेशों की भी अवहेलना हो रही है। हालांकि, इस मामले में विभाग अब शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कह रहा है, लेकिन इतना जरूर है कि कहीं न कहीं विभागीय लापरवाही भी सामने आ रही है।
दरअसल, कोलर स्कूल से कंप्यूटर साइंस विषय के एक प्रवक्ता को डेपूटेशन पर भेजा गया था। उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार प्रवक्ता को हफ्ते के पहले तीन दिन बाड़थल मधाना स्कूल में सेवाएं देनी थीं।
हालांकि, हफ्ते के अंतिम तीन दिन यानी वीरवार, शुक्रवार और शनिवार को ये शिक्षक कोलर स्कूल में तो सेवाएं दे रहा है, लेकिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को शिक्षक की उपस्थिति न तो कोलर स्कूल में दर्ज है और न ही वह डेपूटेशन पर बाड़थल मधाना स्कूल में पहुंचा।
विभाग इस मामले में तब हरकत में आया, जब बाड़थल मधाना पंचायत के वार्ड मेंबर एवं एस.एम.सी. प्रधान कुलदीप सिंह ठाकुर और कमलेंद्र सिंह ठाकुर ने इसकी जानकारी शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के उपनिदेशक को दी। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि डेपूटेशन आदेश जारी होने के बाद शिक्षक ने एक बार भी स्कूल में अपनी हाजिरी नहीं दी है।
पहले ही स्कूल में शिक्षकों का भारी टोटा है। इससे स्कूल में पढ़ रहे बच्चों का भविष्य अंधकार में है। उन्होंने कहा कि विभाग को भी इसकी जानकारी नहीं है कि शिक्षक यदि तीन दिन कोलर स्कूल में सेवाएं दे रहा है तो तीन दिन उसकी उपस्थिति कहां दर्ज हो रही है।
उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में वह हाल ही में शिमला में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से भी मिले थे और इसकी जानकारी दी। उन्होंने विभाग और सरकार से इस मामले की गहनता से जांच कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
उधर, उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक डॉ. हिमेंद्र बाली ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया कि संबंधित शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस मामले में शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
वहीं, संबंधित शिक्षक ने बताया कि वह अपने खराब स्वास्थ्य और पारिवारिक कारणों से डेपूटेशन पर स्कूल में नहीं जा सके। कोलर स्कूल में वह सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ये स्कूल काफी दूर होने के कारण भी वह ज्वाइन करने में असमर्थ रहे हैं।