नाहन : केंद्रीय श्रम एवं रोजगार, युवा एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में दूसरे ईएसआई अस्पताल का शुभारंभ किया। करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से ये अस्पताल जिला सिरमौर के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब के झिड़ीवाला में तैयार किया गया है। इससे पहले प्रदेश में केवल बद्दी में ही बीमित श्रमिकों को ये सुविधा मिल पा रही थी।
केंद्रीय मंत्री ने कालाअंब में नवनिर्मित 30 बैड वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल का उद्घाटन किया। इसे भविष्य में 100 बिस्तरों तक अपग्रेड करने की सुविधा यहां उपलब्ध है।
इस मौके पर डा. मांडविया ने अस्पताल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले निर्माण श्रमिकों को भी सम्मानित किया, जिससे श्रम की गरिमा का सम्मान करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
उन्होंने कहा कि यह अस्पताल सिर्फ एक दीवार से घिरा हुआ ढांचा नहीं है। यह एक तीर्थस्थल है, जो श्रम शक्ति, हमारे मेहनती नागरिकों की ताकत का सम्मान करता है। इसी ताकत ने हमारे देश का निर्माण किया है। इस ताकत को पहचानना और उसे आगे बढ़ाना हमारे देश को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने 200 या उससे अधिक बिस्तरों वाले सभी ईएसआईसी अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा इन संस्थानों में 40 फीसदी सीटें बीमित व्यक्तियों के बच्चों के लिए आरक्षित होंगी, जिससे श्रमिकों के परिवारों के लिए अधिक शिक्षा के अवसर सुनिश्चित होंगे।
उन्होंने कहा कि लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस आधुनिक अस्पताल से 1 लाख से अधिक लाभार्थियों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे सिरमौर और पड़ोसी जिलों के निवासियों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे और उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच उपलब्ध होगी।
इस मौके पर ईएसआईसी के बीमा आयुक्त अनिल कुमार साहू, ईएसआईसी के चिकित्सा आयुक्त डॉ. रचिता बिस्वास, ईएसआईसी हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रीय निदेशक कर्नल मनजीत कटोच, ईएसआईसी अस्पताल कालाअंब के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसडी शर्मा और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और ईएसआईसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित डीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा, एसपी सिरमौर एनएस नेगी समेत भाजपा के नेता व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
अस्पताल में ये मिलेंगी सुविधाएं
अस्पताल में सामान्य चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, स्त्री रोग, हड्डी रोग, नेत्र रोग (नेत्र) और दंत चिकित्सा जैसे आवश्यक विभागों के साथ-साथ मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, सीएसएसडी, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम आदि जैसी विभिन्न सहायक सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह ईएसआई लाभार्थियों की चिकित्सा आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा करते हुए बाह्य रोगी (ओपीडी) और आंतरिक रोगी (आईपीडी) दोनों तरह की देखभाल प्रदान करेगा।