CEIR पोर्टल से बद्दी पुलिस ने असल मालिकों तक पहुंचाए 700 चोरी-गुमशुदा मोबाइल फोन, कीमत 1.25 करोड़

इस पोर्टल के माध्यम से नागरिक स्वयं अपने चोरी या गुमशुदा मोबाइल फोन को ब्लॉक कर सकते हैं और बरामद होने पर उसे अनब्लॉक भी कर सकते हैं। इसके अलावा पुलिस के माध्यम से भी मोबाइल फोन को ब्लॉक करवाने की सुविधा उपलब्ध है।

0

बद्दी : पुलिस जिला बद्दी ने CEIR पोर्टल के प्रभावी उपयोग से मोबाइल चोरी और गुमशुदगी के मामलों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। वर्ष 2025 के दौरान बद्दी पुलिस ने शिकायतकर्ताओं के लगभग 30 लाख रुपये मूल्य के करीब 160 चोरी/गुमशुदा मोबाइल फोन ढूंढकर उनके असल मालिकों को वापस सौंपे हैं।

एसपी बद्दी विनोद धीमान ने बताया कि CEIR पोर्टल एक सरकारी प्रणाली है, जिसका पूरा नाम Central Equipment Identity Register (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) है। यह प्रणाली मोबाइल फोन के IMEI नंबर के आधार पर काम करती है और खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने में सहायता करती है।

ये भी पढ़ें:  आधी रात सड़कों पर उतरे एएसपी सिरमौर समेत 2 डीएसपी, जब्त किए 27 ट्रक, मचा हड़कंप

इस पोर्टल के माध्यम से नागरिक स्वयं अपने चोरी या गुमशुदा मोबाइल फोन को ब्लॉक कर सकते हैं और बरामद होने पर उसे अनब्लॉक भी कर सकते हैं। इसके अलावा पुलिस के माध्यम से भी मोबाइल फोन को ब्लॉक करवाने की सुविधा उपलब्ध है। मोबाइल के मिलने के बाद पुलिस द्वारा उसे संबंधित नागरिकों के सुपुर्द कर दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 से अब तक करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये मूल्य के लगभग 700 मोबाइल फोन CEIR पोर्टल की मदद से ढूंढकर उनके असल मालिकों को लौटाए जा चुके हैं। अक्सर देखने में आता है कि चोरी या गुमशुदा मोबाइल फोन को आम लोग बिना बिल या असली मालिक के सत्यापन के सस्ते दामों पर खरीद-फरोख्त कर लेते हैं, जिससे भविष्य में संबंधित व्यक्ति को कानूनी और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

ये भी पढ़ें:  बद्दी में रातभर कड़ी चेकिंग, पुलिस ने 16 नाके लगाकर सील किया था पूरा क्षेत्र, ऐसा इसलिए

उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि पुराना मोबाइल फोन खरीदते समय बिना बिल और मोबाइल के डिब्बे (बॉक्स) के मोबाइल न खरीदें, क्योंकि ऐसी स्थिति में चोरीशुदा या गुमशुदा मोबाइल मिलने की आशंका रहती है। यदि किसी व्यक्ति को कोई गुमशुदा मोबाइल फोन मिलता है, तो एक जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए उसे उसके असल मालिक तक पहुंचाएं या नजदीकी पुलिस थाना में जमा करवाएं।

ये भी पढ़ें:  सिरमौर के पभार गांव की इन बेटियों का एक साथ BSF में चयन, गिरिपार इलाके में जश्न का माहौल