शिमला/हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में घटी एक हृदयविदारक घटना ने प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कुछ दिन पूर्व एक नाबालिग द्वारा दराती से किए गए जानलेवा हमले में गंभीर रूप से घायल हुई महिला ने पांच दिन तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद चंडीगढ़ स्थित पीजीआई (PGI) में दम तोड़ दिया।
शोषण मुक्ति मंच हिमाचल प्रदेश ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। मंच ने इस पूरे मामले पर प्रदेश सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कड़े सवाल उठाए हैं।
मंच के राज्य संयोजक आशीष कुमार और सह संयोजक राजेश कोष एवं मिंटा जिंटा ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हमीरपुर जिला में घटी यह हृदयविदारक घटना प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक व्यक्तिगत अपराध नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और प्रशासनिक उदासीनता का परिणाम भी है।
शोषण मुक्ति मंच हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए प्रदेश सरकार से दोषी नाबालिग पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की सीमाओं में रहते हुए कठोरतम कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और सुरक्षा देने और प्रदेश में महिला सुरक्षा के लिए ठोस नीतिगत कदम उठाने की मांग की।
मंच ने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं।





