गुरुकुल स्कूल में प्रवृद्धि उत्सव की धूम, छात्रों ने दिखाया संस्कृति से समृद्धि का रास्ता

अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों ने दर्शाया कि सच्ची समृद्धि केवल आर्थिक या तकनीकी विकास से नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और मानवीय संवेदनाओं को साथ लेकर चलने से आती है।

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सोलन : गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोलन में शुक्रवार को वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव “प्रवृद्धि: संस्कृति से समृद्धि तक” का भव्य आयोजन किया गया।

इस मौके पर छात्रों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से यह संदेश दिया कि देश की असली तरक्की उसकी सांस्कृतिक जड़ों, संस्कारों और नैतिक मूल्यों में ही बसती है।

कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुकुल की परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस समारोह में बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि सोलन के अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) राहुल जैन और शूलिनी विश्वविद्यालय की ट्रस्टी एन्वी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।

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महोत्सव की थीम ‘प्रवृद्धि’ यानी वास्तविक उन्नति को छात्रों ने मंच पर बखूबी साकार किया। अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों ने दर्शाया कि सच्ची समृद्धि केवल आर्थिक या तकनीकी विकास से नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत और मानवीय संवेदनाओं को साथ लेकर चलने से आती है।

छात्रों ने विकसित भारत की कल्पना को साकार करते हुए अपनी प्रस्तुतियों में भारतीय संस्कृति, नारी-सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और विज्ञान-समन्वय जैसे गंभीर विषयों को भी कलात्मक ढंग से पेश किया।

मुख्य अतिथि त्रिलोक जम्वाल ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विकसित भारत का निर्माण उन्हीं युवाओं के हाथों से होगा, जो संस्कृति को अपनी शक्ति और शिक्षा को अपनी दिशा बनाते हैं।

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विशिष्ट अतिथि राहुल जैन ने भी बच्चों की गहन अभिव्यक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी प्रस्तुतियां भारत के उज्ज्वल भविष्य की तस्वीर दिखाती हैं।

विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. लखविंदर कौर अरोड़ा ने कहा कि गुरुकुल की शिक्षा हमेशा संस्कृति और आधुनिकता के समन्वय पर आधारित रही है, जिससे छात्र ज्ञानवान होने के साथ-साथ संस्कारित भी बनते हैं। कार्यक्रम का समापन विद्यालय गीत के साथ हुआ।

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