मंडी कलम पर भाषा एवं संस्कृति विभाग की पांच दिवसीय कार्यशाला संपन्न

समापन अवसर पर जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय यह कार्यशाला पूरी तरह सफल रही है और विभाग भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित करता रहेगा।

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मंडी : भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला मंडी द्वारा आयोजित मंडी कलम (पहाड़ी लघु चित्रकला शैली) की पांच दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हो गया। कार्यशाला के दौरान महाविद्यालय के विद्यार्थियों सहित कुल 45 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और मंडी कलम की बारीकियों, रेखांकन व पारंपरिक तकनीकों को व्यावहारिक रूप से सीखा। प्रतिभागियों ने मंडी कलम के संरक्षण और पुनरुत्थान के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी की छात्रा स्नेहा शर्मा ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें बहुत कुछ नया सीखने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि उन्हें चित्रकला में बचपन से रुचि रही है, लेकिन इस कार्यशाला के दौरान मंडी कलम के बारे में जानना उनके लिए अत्यंत रोचक और प्रेरणादायी अनुभव रहा।

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समापन अवसर पर जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी ने कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय यह कार्यशाला पूरी तरह सफल रही है और विभाग भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित करता रहेगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के आयोजन के लिए डीसी मंडी अपूर्व देवगन का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ, जिनके मार्गदर्शन में यह कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हो सकी।

इस अवसर पर चित्रकार एवं शोधकर्ता राजेश कुमार, कालीदास सम्मान प्राप्त कांगड़ा कलम के कलाकार सुशील कुमार, राजीव कुमार और संजीव कुमार उपस्थित रहे।

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