शिलाई : पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा नेशनल हाइवे-707 पर रोनहाट के समीप धारवा में मंगलवार को एक गाड़ी आग का गोला बन धू-धू कर जल उठी और देखते ही देखते राख हो गई। गनीमत यह रही कि बोनट में उठे धुएं के बाद गाड़ी में सवार चारों लोग नीचे उतर गए थे और उनकी जिंदगी बच गई।
जैसे ही ये चारों लोग गाड़ी से उतरे, तो कार आग का गोला बन गई। देखते ही देखते गाड़ी से ऊंची-ऊंची आग की लपटें उठने लगीं। आग गाड़ी को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले चुकी थी। इस घटना के बाद हाइवे पर दोनों तरफ वाहनों की रफ्तार भी थम गई। जब तक शिलाई से फायर बिग्रेड मौके पर पहुंचती, तब तक गाड़ी पूरी तरह से राख हो चुकी थी।
पुलिस चौकी रोनहाट के मुताबिक गाड़ी नंबर एचपी 08ए-5761 में चार लोग शिमला जिला के नेरवा से सवार होकर जिला सिरमौर के कफोटा में अपने रिश्तेदारी में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रहे थे। इसी बीच जब गाड़ी धारवा में पहुंची, तो कार के बोनट से अचानक धुआं निकले लगा।
यह गाड़ी लोकेंद्र सिंह के नाम पर है, जिसे उसके पिता प्रेमचंद चला रहे थे। परिवार के तीन अन्य सदस्य संदीप, सुशील और जयपाल भी साथ में मौजूद थे। प्रेम चंद ने पुलिस को बताया कि धुआं उठने के बाद बोनट को खोलने का प्रयास किया, लेकिन बोनट लॉक हो चुका था। उनकी आंखों के सामने पूरी गाड़ी आग की चपेट में आ गई।
गनीमत यह रही थी कि वह समय रहते सुरक्षित गाड़ी से नीचे उतर गए। लिहाजा, कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन गाड़ी पूरी तरह से जलकर राख हो गई है। प्रेम चंद ने बताया कि उनके बेटे ने वर्ष 2022 में ही यह गाड़ी खरीदी थी। गाड़ी के जलने से काफी नुक्सान हुआ है। उधर, पुलिस थाना शिलाई के एसएचओ मोहिंद्र सिंह ने बताया कि इस घटना में गाड़ी पूरी तरह से जल चुकी है।