नाहन : हिमाचल प्रदेश के फुटबॉल जगत के शानदार गोलकीपर रहे धनराज (डी. आर.) स्वामी का लंबी बीमारी के बाद अंबाला में निधन हो गया है। उनके जाने से खेल प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। डी. आर. स्वामी को अपने समय का सबसे बेहतरीन गोलकीपर माना जाता था। उन्होंने अपनी अद्भुत फुर्ती और बचाव की कला से हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन किया।
संतोष ट्रॉफी, डीसीएम ड्यूरंड कप और रोवर्स कप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स में उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा। वह लंबे समय तक हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड की टीम का भी हिस्सा रहे। खेल जीवन के बाद भी स्वामी जी का फुटबॉल से रिश्ता नहीं टूटा।
विद्युत विभाग से जूनियर इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी बुलंद और जोशीली आवाज फुटबॉल मुकाबलों का अभिन्न हिस्सा बन गई। स्थानीय प्रतियोगिताओं में उनकी कमेंट्री का अनोखा अंदाज आज भी खेल प्रेमियों के दिलों में बसा हुआ है। यह कहा जाता था कि जब तक स्वामी जी की आवाज मंच से नहीं गूंजती, तब तक फुटबॉल प्रतियोगिता की शुरुआत अधूरी लगती थी।
करीब एक सप्ताह पहले तक वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय थे, जो खेलों के प्रति उनके कभी न खत्म होने वाले जुनून को दर्शाता है। खेल जगत और उनके सभी शिष्यों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।
डी. आर. स्वामी का निधन देवभूमि के फुटबॉल जगत के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। वह न केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी थे, बल्कि एक ऐसे व्यक्तित्व थे, जिनकी यादें फुटबॉल के हर प्रशंसक के मन में हमेशा जीवित रहेंगी।