राजगढ : जिला सिरमौर के राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ और शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन के बीच अकादमिक सत्र के आयोजन पर पर दोनों शिक्षण संस्थानों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के लिए शैक्षणिक, शोध एवं नवाचार के नए अवसर उपलब्ध कराना है।
कार्यक्रम में शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. पीके खोसला और प्रो. जेएम जुल्का, डॉ. नरिंदर वर्मा, चंद्रमोहन शर्मा व नमन शर्मा आदि उपस्थित रहे। वहीं, राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ की ओर से प्राचार्य डॉ. राजेंद्र वर्मा, शोध एवं नवाचार सेल के समन्वयक डॉ. शिव भारद्वाज और सदस्य डॉ. पंकज शर्मा की उपस्थिति रही। सभी के समक्ष एमओयू पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर दोनों संस्थानों के प्रतिनिधियों के बीच छात्रों के कल्याण, विभिन्न विषयों में व्यावहारिक अनुभव, शोध के अवसर और उच्च शिक्षा के लिए सहयोग पर विस्तृत और सार्थक चर्चा हुई। कॉलेज प्रशासन ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय के साथ सहयोग को लेकर विशेष उत्साह व्यक्त किया।
एमओयू के अंतर्गत आगामी वर्ष में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर) जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर राजगढ़ महाविद्यालय में जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे। शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए शूलिनी विश्विद्यालय के पुस्तकालय ‘योगानांदा’ में अत्याधुनिक इंस्ट्रक्शनल लर्निंग सुविधाओं का उपयोग प्रदान किया जाएगा और शूलिनी विश्वविद्यालय द्वारा राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ को लाइब्रेरी के ऑफलाइन उपयोग के लिए दस अतिथि आई-कार्ड भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
इसके साथ साथ राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ के छात्रों के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे और ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रमों के माध्यम से उच्च शिक्षा के मार्ग को सशक्त किया जाएगा। दोनों संस्थानों के बीच सहयोगी शोध कार्य को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसमें राजकीय महाविद्यालय के फैकल्टी सदस्यों को सह-गाइड के रूप में कार्य करने की अनुमति दी जाएगी।
एमओयू के तहत सम्मेलनों, कार्यशालाओं और सेमिनारों के आयोजन में आपसी सहयोग किया जाएगा। साथ ही राजकीय महाविद्यालय राजगढ़ के छात्रों के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें वे विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग ले सकेंगे।





