
नाहन : डॉ. वाई.एस. परमार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन के रसायन विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित केमिकोस समारोह का समापन बुधवार को हुआ। कार्यक्रम में लगभग 120 बी.एस.सी. प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों ने भाग लिया। इस मौके पर कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. देवराज शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
12 से 17 सितम्बर तक चले इस आयोजन का शुभारंभ केमिकोस समन्वयक डॉ. सलोनी सूद ने किया था। उन्होंने केमिकोस-2025 के विषय ‘मसालों का छिपा जीवन’ के बारे में जानकारी दी। समारोह के मुख्य भाग के रूप में दो अतिथि व्याख्यान आयोजित किए गए।
प्रो. अमिता जोशी और डॉ. पूजा भारती ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रो. अमिता जोशी ने ‘संरक्षक के रूप में मसालों की भूमिका’ पर बात की और छात्रों से सिंथेटिक संरक्षकों को नकारकर प्राकृतिक मसालों और जड़ी-बूटियों के उपयोग को अपनाने का आग्रह किया।
डॉ. पूजा भारती ने ‘मसालों के स्वाद, सुगंध और चिकित्सीय गुणों’ पर प्रकाश डाला और बताया कि ये गुण उनमें मौजूद आवश्यक तेलों के कारण होते हैं। उनके व्याख्यानों को छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा बहुत सराहा गया, क्योंकि वे दैनिक जीवन से संबंधित थे।
अतिथि व्याख्यानों के बाद एक पावर प्वाइंट प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बी.एस.सी. प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के 6 छात्रों ने ‘मसालों से संबंधित विभिन्न विषयों’ पर अपनी प्रस्तुतियां दीं।
पावर प्वाइंट प्रस्तुति प्रतियोगिता में द्वितीय वर्ष की मुस्कान ने प्रथम पुरस्कार जीता। क्विज प्रतियोगिता में द्वितीय वर्ष की पूजा अव्वल रही। इसी तरह पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में तृतीय वर्ष की शिवांशिका को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।
मुख्य अतिथि डॉ. देव राज शर्मा ने अपने संबोधन में रसायन विज्ञान विभाग की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि केमिकोस छात्रों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
पाठ्यक्रम से बाहर के विषयों को चुनकर उन्हें रचनात्मक रूप से सोचने और प्रदर्शन करने में मदद करता है। इस मौके पर उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।





