₹7,616 का ‘Saven Thursday Six Harendra Sixty’ चेक! मिड-डे मील इंचार्ज सस्पेंड, वायरल मामले में सामने आई ये चौंकाने वाली बात

जांच में यह तथ्य सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने बैंक प्रबंधन को लिखित शिकायत दर्ज कराई है और संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि इस तरह से चेक को सोशल मीडिया पर वायरल करना आर.बी.आई. के नियमों के खिलाफ है।

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शिलाई : हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल रोनहाट से जुड़ा एक चेक देशभर में चर्चा का विषय बन हुआ है। यह चेक ₹7,616 की राशि का था, लेकिन इसे अंग्रेजी के शब्दों में लिखते हुए ऐसी गलतियां हुई कि सोशल मीडिया ही नहीं, नेशनल मीडिया की सुर्खियों में भी आ गया।

जैसे आप तस्वीर में देख रहे हैं कि चेक पर लिखते वक्त ‘थाउजेंड’ की जगह ‘थर्सडे’ और ‘सिक्सटीन’ की जगह ‘सिक्सटी’ जैसी स्पेलिंग की गंभीर गलतियां की गईं। ये गलतियां इतनी चौंकाने वाली थीं कि सोशल मीडिया पर ये तस्वीर खूब वायरल हुई और शिक्षा विभाग को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा।

शिक्षा निदेशालय स्तर पर इसे गंभीरता से लिया गया और विभाग ने शनिवार शाम को कार्रवाई करते हुए चेक भरने वाले मिड डे मील प्रभारी एवं ड्राइंग मास्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। चूंकि, वह प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत हैं, इसलिए जिला सिरमौर के शिक्षा उपनिदेशक प्रारंभिक ने सस्पेंशन के लिखित आदेश जारी किए।

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इस पूरे प्रकरण की जिला स्तर पर शिक्षा विभाग द्वारा जांच की गई, जिसमें दो मुख्य बातें सामने आईं। पहली मिड-डे मील इंचार्ज ने लिखित तौर पर अपनी गलती को स्वीकार किया। दूसरी सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गलतियों से भरा यह चेक स्कूल से नहीं, बल्कि बैंक के किसी कर्मी द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था।

जांच में यह तथ्य सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने बैंक प्रबंधन को लिखित शिकायत दर्ज कराई है और संबंधित बैंक कर्मचारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि इस तरह से चेक को सोशल मीडिया पर वायरल करना आर.बी.आई. के नियमों के खिलाफ है।

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स्कूल प्रिंसिपल पर भी सवाल उठे थे कि उन्होंने इतनी बड़ी गलतियों वाले चेक पर हस्ताक्षर कैसे कर दिए? प्रिंसिपल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिस दिन चेक जारी हुआ, वह एस.ओ.एस. एग्जाम के कारण काफी व्यस्त थे और उन्होंने जल्दबाजी में सिर्फ अंकों में लिखी राशि की जांच की और कई कागजों के बीच इस चेक पर भी हस्ताक्षर कर दिए।

स्कूल प्रबंधन की तरफ से मिली इस पूरी रिपोर्ट को निदेशालय भेजा गया, जहां आगे की कार्रवाई अमल में लाई गई। फिलहाल, चेक कर स्पेलिंग मिस्टेक ने न केवल एक टीचर सस्पेंड करा दिया, बल्कि बैंक प्रबंधन को भी शिकायत के घेरे में ला दिया है।

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शिक्षक के सस्पेंशन की पुष्टि कार्यवाहक शिक्षा उप निदेशक राजीव ठाकुर ने की है। उन्होंने बताया कि निदेशालय स्तर पर शिक्षक के खिलाफ ये कार्रवाई हुई है।