पालमपुर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल और विशेष कर पालमपुर की जनता बधाई की पात्र है, क्योंकि लाखों लोगों की जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘हिमाचल प्रदेश का पालमपुर राम मंदिर के संकल्प की पवित्र भूमि है। राम मंदिर की तरह पालमपुर ने भी एक नया इतिहास बनाया है।’
500 साल के बाद इस प्रकार राम मंदिर का निर्माण विश्व के इतिहास की एक बड़ी घटना है। राम मंदिर बनाने का निर्णय भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने 12 जून, 1989 में पालमपुर में लिया था उस समय मैं हिमाचल प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष था।
कार्यसमिति की वह ऐतिहासिक बैठक पालमपुर के रोटरी भवन में हुई थी। मुझे याद है कि लाल कृष्ण आडवाणी ने प्रस्ताव पेश किया था। अटल बिहारी वाजपेयी ने उसका समर्थन किया था। उनके अंतिम शब्द आज भी मेरे कानों में गूंज रहे हैं। उन्होंने कहा था, “जब तक राम मंदिर बन नहीं जाता, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
शांता कुमार ने कहा कि पालमपुर के सभी नेताओं को मिल कर रोटरी भवन के उस कमरे में उस ऐतिहासिक संकल्प की एक अच्छी यादगार बनानी चाहिए। उस कमरे का राम मंदिर के नाम से कुछ नया नामकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि पालमपुर के प्रमुख नेता इस संबंध में निर्णय करें, मैं भी पूरा योगदान दूंगा।
पालमपुर के लिए यह बहुत बड़े सौभाग्य की बात है और आने वाली पीढ़ियों को इस ऐतिहासिक पल की याद रहे। इसके लिए रोटरी संगठन और पालमपुर के सभी नेता मिलकर बैठे और निर्णय करें।