नाहन में जल संकट के बीच पत्रकार प्रताप सिंह ने पेश की मानवता की मिसाल, कर्मियों तक पहुंचाया भोजन

उन्होंने अपनी इच्छा से गुरुद्वारा साहिब से भोजन की व्यवस्था की और इसे लेकर खुद धौण गांव पहुंचे, जहां उन्होंने विभाग के कर्मचारियों को तो भोजन खिलाया ही, साथ ही गांव के लोगों को भी परोसा। यही नहीं वह फल-फ्रूट भी साथ ले गए। इस दौरान उनके साथ गब्बर सिंह भी मौजूद रहे।

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नाहन : जिला मुख्यालय नाहन में गहराए पेयजल संकट के बीच वीरवार को पत्रकार एवं समाजसेवी प्रताप सिंह ने मानवता की बड़ी मिसाल पेश की। वह भोजन लेकर धौण गांव पहुंचे, जहां कर्मचारी गिरि उठाऊ पेयजल योजना को दुरूस्त करने में जुटे थे।

बता दें कि इस योजना की पाइप लाइन धौण गांव में भूस्खलन के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है, जहां कर्मचारी दिन-रात इसे दुरूस्त करने में जुटे हुए हैं। इससे नाहन शहर में पिछले छह दिनों से ज्यादा समय से पानी का संकट बना हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस मुश्किल घड़ी में जल शक्ति विभाग के कर्मचारी लगातार बारिश और भूस्खलन के बावजूद सेवाएं दे रहे हैं। ये कर्मचारी पिछले 4-5 दिनों से अपने घर भी नहीं गए हैं और कठिन परिस्थितियों में जंगलों के बीच रह कर काम कर रहे हैं। ऐसे समय में जहां सोशल मीडिया पर राजनीतिक बयानबाजी से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं, इस बीच प्रताप सिंह ने मानवता की मिसाल पेश की।

उन्होंने अपनी इच्छा से गुरुद्वारा साहिब से भोजन की व्यवस्था की और इसे लेकर खुद धौण गांव पहुंचे, जहां उन्होंने विभाग के कर्मचारियों को तो भोजन खिलाया ही, साथ ही गांव के लोगों को भी परोसा। यही नहीं वह फल-फ्रूट भी साथ ले गए। इस दौरान उनके साथ गब्बर सिंह भी मौजूद रहे।

प्रताप सिंह अक्सर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं। उनकी इस पहल ने न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि समाज को यह भी संदेश दिया कि मुश्किल समय में एक-दूसरे का साथ देना कितना जरूरी है।