दलित छात्र पर अमानवीय अत्याचार पर भड़का हिमाचल शोषण मुक्ति मंच, 17 नवंबर को प्रदर्शन का ऐलान

मंच ने दोषी शिक्षक के विरुद्ध एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989, पॉक्सो एक्ट और आर.टी.ई. एक्ट 2009 की धारा 17 के तहत तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की।

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नाहन : शोषण मुक्ति मंच हिमाचल प्रदेश की राज्य कमेटी ने रोहड़ू क्षेत्र में सामने आई घटना की कड़ी निंदा की है। शोषण मुक्ति मंच प्रदेश में बढ़ रही उत्पीड़न की घटनाओं के विरोध में 17 नवंबर को प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगा और बढ़ते जातीय उत्पीड़न के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगा।

मंच के राज्य संयोजक आशीष कुमार, सह संयोजक राजेश और मिटा जिंटा ने कहा कि पहली कक्षा के एक दलित बच्चे को उसके शिक्षक ने इतनी बेरहमी से पीटा, जिससे उसका कान का पर्दा फट गया।

अमानवीय रूप से उसके कपड़े उतारकर शरीर पर बिच्छू बूटी लगाई गई। यह केवल शारीरिक हिंसा नहीं, बल्कि गंभीर जातिगत उत्पीड़न और संविधान प्रदत्त समानता व गरिमा के अधिकार का भी उल्लंघन है। यह कोई पहली घटना नहीं है। इसी क्षेत्र में पहले एक महिला अध्यापिका द्वारा छात्र को कांटेदार झाड़ी से पीटने की घटना सामने आ चुकी है।

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मंच ने दोषी शिक्षक के विरुद्ध एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989, पॉक्सो एक्ट और आर.टी.ई. एक्ट 2009 की धारा 17 के तहत तुरंत एफ.आई.आर. दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की।

साथ ही पीड़ित बच्चे के परिवार को कम से कम 10 लाख का मुआवजा, सुरक्षा और मानसिक-सामाजिक पुनर्वास सहायता प्रदान किए जाने की भी मांग उठाई। साथ ही कहा कि संबंधित स्कूल प्रबंधन और शिक्षा विभाग की भूमिका की जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए।

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