नाहन कालेज में कौशल विकास की अनूठी पहल, लकड़ी के बुरादे से रंगोली के रंग तैयार करना सीखे विद्यार्थी

इस दौरान आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की कॉर्डिनेटर एवं हिमाचल प्रदेश युवा महोत्सव ग्रुप वन की समन्वयक सह-आचार्य प्रो. रीना चौहान ने संसाधन व्यक्ति के तौर पर उपस्थित रहीं। उन्होंने 20 एन.एस.एस. स्वयंसेवियों को लकड़ी के बुरादे को ग्यारह अलग-अलग रंगों में रंगने की विधि सिखाई।

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नाहन : डॉ. वाई.एस. परमार पी.जी. कॉलेज नाहन में सोमवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) यूनिट और हिमाचल प्रदेश युवा महोत्सव ग्रुप वन के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कौशल विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विद्यार्थियों को लकड़ी के बुरादे से रंगोली के रंग तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया।

इसकी अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. विभव कुमार शुक्ला ने की। एन.एस.एस. के जिला नोडल अधिकारी डॉ. पंकज चांडक ने बताया कि इस रचनात्मक पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस दौरान आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की कॉर्डिनेटर एवं हिमाचल प्रदेश युवा महोत्सव ग्रुप वन की समन्वयक सह-आचार्य प्रो. रीना चौहान संसाधन व्यक्ति के तौर पर उपस्थित रहीं।

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उन्होंने 20 एन.एस.एस. स्वयंसेवियों को लकड़ी के बुरादे को ग्यारह अलग-अलग रंगों में रंगने की विधि सिखाई। छात्रों ने इस गतिविधि में गहरी रुचि दिखाई और सफलतापूर्वक रंग तैयार किए। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. विभव कुमार शुक्ला ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां विद्यार्थियों में कौशल विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जिम्मेदारी की भावना पैदा करती हैं।

यह छात्रों की रचनात्मकता को निखारने का एक बेहतरीन माध्यम है। उन्होंने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए आयोजक समिति को बधाई दी।इस मौके पर वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. उत्तमा पांडे, प्रो. भारती, प्रो. नवदीप कौर, प्रो. रजत, प्रो. दिव्या, प्रो. अनिता, प्रो. ट्विंकल सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।

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