डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति, शपथ लेते ही एक्शन मोड में, 100 आदेशों पर हस्ताक्षर

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भविष्य हमारा है और हमारा स्वर्णिम युग अभी शुरू हुआ है. कहा, मैं आज आपके सामने खड़ा हूं, यह इस बात का प्रमाण है कि आपको कभी भी यह नहीं मानना चाहिए कि कुछ भी असंभव है. अमेरिका में असंभव को संभव करना ही वो काम है, जो हम सबसे अच्छा करते हैं.

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वाशिंगटन डीसी|
डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए हैं. अमरीकी संसद कैपिटल हिल में सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट ने बाइबल पर हाथ रखवाकर उन्हें 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई. उनसे पहले उपराष्ट्रपति के तौर पर जेडी वेंस ने शपथ ली.

बाइबल पर हाथ रखकर ट्रंप ने कहा- अमेरिकी संविधान की हिफाजत करूंगा. उन्होंने इंडोर समारोह में शपथ ग्रहण की जो अमेरिकी इतिहास में दूसरी बार हुआ. ये फैसला कड़ाके की ठंड के बाद लिया गया था. अमेरिका में कड़ाके की ठंड के बावजूद उनके समर्थक वाशिंगटन डीसी पहुंचे, जहां ट्रंप के समर्थन में खूब आतिशबाजी हुई. भीषण ठंड की वजह से 40 साल बाद शपथ ग्रहण इंडोर रखा गया था. इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन का शपथ ग्रहण यूएस कैपिटल हिल में हुआ था.

अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने 100 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए. इन आदेशों में कई जो बाइडेन प्रशासन के आदेशों को उलटने या फिर खत्म करने के लिए हैं. ट्रंप ने देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों को निकालने के लिए निर्वासन शुरू करने का वादा किया. इसके अलावा उन्होंने बॉर्डर बंद करने और अवैध इमीग्रेशन को खत्म करने की बात भी कही.

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भविष्य हमारा है और हमारा स्वर्णिम युग अभी शुरू हुआ है. कहा, मैं आज आपके सामने खड़ा हूं, यह इस बात का प्रमाण है कि आपको कभी भी यह नहीं मानना चाहिए कि कुछ भी असंभव है. अमेरिका में असंभव को संभव करना ही वो काम है, जो हम सबसे अच्छा करते हैं. ट्रंप ने अपने भाषण में जीत और सफलता की नई ऊंचाइयों को छूने की बात भी कही. उन्होंने अपने भाषण में पनामा नहर का जिक्र करते हुए कहा, हमने इसे चीन को नहीं दिया है. हम इसे वापस ले रहे हैं.

उधर, पद छोड़ने से कुछ घंटे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को कई लोगों को अग्रिम माफी दे दी. इनमें डा. एंथनी फाऊची, जनरल मार्क मिले और 6 जनवरी को कैपिटल हिल हमले की जांच के लिए गठित समिति के सदस्य शामिल हैं. ये सभी ट्रंप के विरोधी माने जाते हैं.

उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को बधाई दी और कहा है कि वह रूस-यूक्रेन जंग और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं. इस शपथ ग्रहण में इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत 700 से ज्यादा नेता और हस्तियां मौजूद रहीं.