नाहन : डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने कहा कि जिला सिरमौर के सभी 11 पुलिस स्टेशनों को साइबर पुलिस स्टेशन और NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के साथ जोड़ दिया गया है। जिला सिरमौर में जल्द ही साइबर क्राइम के मामलों को सॉल्व करने के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। जिला सिरमौर से प्रतिदिन 300 कॉल साइबर से संबंधित मामलों के लिए आते हैं।
डीआईजी साइबर क्राइम शुक्रवार को नाहन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर के मुख्य शहरों में लोगों को जागरूक करने के लिए 1930 पर कॉल करने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे।
किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी या साइबर क्राइम की घटना पर जितनी जल्दी इस नंबर पर कॉल करेंगे, उतना जल्दी पुलिस टीम पीड़ित की मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और कांगड़ा में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में साइबर क्राइम नोडल ऑफिसर डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर को नियुक्त कर दिया गया है। साइबर क्राइम के 20 लाख रुपये के नीचे के मामले सामान्य पुलिस थानों में दर्ज किए जाएंगे, जबकि 20 लाख रुपये से अधिक साइबर क्राइम ठगी के मामले साइबर पुलिस थाना में ही दर्ज होंगे।
हिमाचल प्रदेश में साइबर कमांडो की टीम भी तैयार की जा रही है। जल्द ही जिला सिरमौर में साइबर कमांडो की नियुक्ति होगी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से जिला सिरमौर पुलिस टीम साइबर मामलों में बेहतरीन कार्य किया है, जिसके लिए साइबर टीम के सदस्य अमरेंद्र सिंह, प्रदीप, रोहित व नीतीश को पुलिस महानिदेशक द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
इस अवसर पर जिला सिरमौर के एसपी निश्चित सिंह नेगी, एएसपी योगेश रोल्टा, डीएसपी हेडक्वार्टर रमाकांत ठाकुर भी मौजूद रहे।