नाहन : जिला सिरमौर में मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। गत रात्रि से जारी बारिश के चलते सड़कों को भारी नुकसान हुआ है। रविवार को जिले में 57 सड़कें बंद रहीं।
लोक निर्माण विभाग नुकसान का आकलन करने में जुटा है। जोरदार बारिश से कहीं डंगे गिर गए तो कहीं पहाड़ी से भारी मलबा आ गिरा। कई जगह भारी चट्टानें भी पहाड़ी से गिर रही हैं, जिससे सड़कों पर सफर और भी खतरनाक हो चला है।
विभाग के शिलाई मंडल में सबसे ज्यादा 32 सड़कें बंद रहीं। इसके अलावा संगड़ाह मंडल में 13, नाहन में 7, पांवटा साहिब में 4 और राजगढ़ मंडल में एक सड़क भारी भूस्खलन और मलबा आने से अवरूद्ध हो गई।
हालांकि, कई जगह विभाग की मशीनरी बंद सड़कों को बहाल करने में जुटी है। बारिश के बीच कई जगह सड़क खोलने के बाद दोबारा मलबा गिर रहा है। इससे विभाग को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके साथ साथ लोगों के घरों को नुकसान की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। कई घंटे बारिश का सिलसिला जारी रहने से लोगों के घरों के घरों में भी पानी घुस गया। जामना में एक व्यक्ति के मकान की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई।
विक्रमबाग में छत्त का प्लास्टर उखड़ गया। कई जगह घरों के आगे डंगे गिर गए। मोगीनंद क्षेत्र में भी बारिश ने तबाही मचाई। वहीं उद्योगों में भी बरसाती पानी घुसने से नुकसान की सूचना मिली है।इस बारिश के बाद नदी-नालों का भी जलस्तर अचानक बढ़ गया है। गिरि नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने से सुबह 4 बजे जटोन बैराज के गेट नंबर 4 से पानी छोड़ना पड़ा। इसकी सूचना जटोन बैराज से एक कर्मचारी ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दी गई थी।
बताया गया कि बैराज से पानी छोड़ने की स्थिति में मैदान इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। लिहाजा, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सूचना जारी की गई कि कोई भी व्यक्ति नदी नालों की तरफ रूख न करे।
बता दें कि सिरमौर में गत शनिवार 8 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ था, जो सुबह 10 बजे तक जारी रहा। इसके बाद रविवार शाम 3 बजे से फिर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद शाम को भी जगह जगह बारिश हुई। इससे आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है।