सोलन : हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर कर्नल धनीराम शांडिल के पुत्र कर्नल संजय शांडिल ने सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद एक और उपलब्धि हासिल की है।
कर्नल संजय शांडिल एक वरिष्ठ सेना अधिकारी एवं 1 एच.पी. गर्ल्स बटालियन एनसीसी सोलन के पूर्व कमांडिंग ऑफिसर को ARKA JAIN विश्वविद्यालय झारखंड ने वाणिज्य एवं प्रबंधन में डॉक्टर ऑफ फॉलोसोफी (PhD) की उपाधि से सम्मानित किया है। उनका शोध कार्य प्रो. (डॉ.) अंगद तिवारी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
कर्नल संजय शांडिल ने एनसीसी की भूमिका आदिवासी युवाओं की मानव संसाधन क्षमताओं के संवर्धन में: हिमाचल प्रदेश और झारखंड के एनसीसी कैडेट्स का एक तुलनात्मक अध्ययन किया।
यह शोध कार्य दर्शाता है कि राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) किस प्रकार आदिवासी युवाओं के लिए एक परिवर्तनकारी मंच के रूप में कार्य करता है, जहां उनकी नेतृत्व क्षमता, अनुशासन और सामाजिक भागीदारी को विकसित किया जाता है।
हिमाचल प्रदेश और झारखंड जैसे दो भिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमियों वाले राज्यों के बीच किया गया यह तुलनात्मक अध्ययन नीति निर्माताओं, शैक्षणिक संस्थानों एवं रक्षा प्रशिक्षण इकाइयों के लिए उपयोगी साक्ष्य प्रस्तुत करता है।
इस अवसर पर कर्नल संजय शांडिल ने अपनी स्वर्गीय माताजी इंदिरा शांडिल को यह उपलब्धि समर्पित की। उन्होंने कहा कि यह उपाधि केवल मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, अनुशासन और मेरी मां के आशीर्वाद को समर्पित एक विनम्र श्रद्धांजलि है।
सेना से सेवानिवृत्ति के बाद कर्नल शांडिल अब सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। शिक्षा, युवा सशक्तिकरण और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें जनता के बीच एक नई पहचान दिला रही है।