जैव विविधता संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन पर सोलन में 28 मई को होगी ‘हैकाथॉन’

इस हैकाथॉन का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी की जैव विविधता के सामने आने वाली तत्काल चुनौतियों के लिए अभिनव, प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान विकसित करना है।

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सोलन : भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग (जेडएसआई) के 110 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जैव विविधता संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के तहत भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (हाई अल्टीट्यूट) क्षेत्रीय केंद्र सोलन में ट्रांस-हिमालय की जैव विविधता पर 28 मई को हैकाथॉन का आयोजन कर रहा है।

इसमें ट्रांस-हिमालय क्षेत्र जैसे लेह-लद्दाख, स्पीति वैली, श्रीनगर, कारगिल से लगभग 48 प्रतिभागी और 140 से अधिक रिसर्च स्कॉलर और फैकल्टी मेंबर भाग लेंगे।

इनमें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला, डॉ. वाईएस परमार यूनिवर्सिटी नौणी, इटरनल यूनिवर्सिटी बड़ू साहिब और शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन शामिल हैं।

क्या है हैकाथॉन का उद्देश्य
इस हैकाथॉन का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी की जैव विविधता के सामने आने वाली तत्काल चुनौतियों के लिए अभिनव, प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान विकसित करना है।

इसमें सभी पृष्ठभूमियों जैसे जीव विज्ञानी, डिजाइनर, डेवलपर्स, पर्यावरणविद और बहुत कुछ हमारे साथ ऐसे ऐप, एल्गोरिदम, मॉडल, प्रोटोटाइप और यहां तक नीति प्रस्ताव बनाने में योग्य प्रतिभागियों को आमंत्रित किया गया है।

यह हमारी प्राकृतिक दुनिया की रक्षा के लिए लड़ाई में अपनी रचनात्मकता, वैज्ञानिक सोच और समस्या-समाधान कौशल दिखाने का अवसर है।

हैकाथॉन की तैयारियां पूरी : डॉ. अवतार कौर
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण क्षेत्रीय केंद्र सोलन की प्रभारी डॉ. अवतार कौर सिद्धू ने बताया कि सोलन में होने वाली हैकाथॉन की तैयारियां पूरी हो गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम लेवल का कार्यक्रम पूरे देश भर के 16 क्षेत्रीय केंद्रों पर आयोजन हो रहा है।

द्वितीय स्तर के लिए प्रथम लेवल के विजेताओं की प्रतियोगिता होगी और अंतिम एवं तृतीय स्तर का आयोजन 30 जून, 2025 को कोलकाता में होगा। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव शीर्ष तीन प्रस्तुतियों को राष्ट्रीय विजेता के रूप में सम्मानित करेंगे।