सोलन : नशामुक्त हिमाचल के लिए गुजरात में रहने वाले मैराथन रनर अभय रैना 29 मई को दौड़ लगाएंगे। यह दौड़ सुबह 4 बजे सोलन की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी के मंदिर से शुरू होगी।
सोलन, शामती, औच्छघाट, नौणी, यशवंतनगर, सनौरा और राजगढ़ से फागू होते हुए दौड़ का समापन शिरगुल महाराज की जन्मस्थली शाया मंदिर में होगा। इससे वह सोलन व सिरमौर के दो जिलों को कवर करेंगे, जो 56 किलोमीटर की दूरी अपने कदमों से नापेंगे।
उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि चाहे आप पैदल चलें, जॉगिंग करें या दौड़ें, आपकी उपस्थिति एक संदेश देती है। हम नशे की लत के खिलाफ एक साथ खड़े हैं। अपने रनिंग शूज पहनें और 56 किलोमीटर की पूरी यात्रा के दौरान किसी भी दूरी के लिए मेरे साथ जुड़ें। इससे हम दिखा सकते हैं कि हम शक्ति, एकता और नशा-मुक्त भविष्य चुनते हैं।
बता दें कि अभय रैना का बचपन राजगढ़ क्षेत्र में बीता है और उन्होंने सोलन कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की। गुजरात के अहमदाबाद में वह इंश्योरेंस कंपनी चलाते हैं। इस दौरान उनका वजन बढ़ने लगा था। उन्हें दौड़ने की सलाह दी गई। इसके बाद उन्होंने रनिंग शुरू की और वह 2018 से दौड़ लगा रहे हैं।
दिल्ली व मुंबई मैराथन के अलावा वह अल्ट्रा मैराथन भी दौड़ रहे हैं। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रचलन से वह काफी आहत हैं और उन्होंने युवाओं के जागरूक करने और नशे से दूर रहने के लिए यह दौड़ लगाने का फैसला लिया।
अभय रैना ने बताया कि यह सिर्फ एक दौड़ नहीं है, बल्कि यह बदलाव, जीवन और आशा के लिए एक आंदोलन है, जो आज के युवाओं को नशे की लत से दूर रहने, अपनी ऊर्जा को खेलों और रचनात्मक गतिविधियों में लगाने के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लें, जिससे वे स्वयं और देश दोनों को गौरवान्वित कर सकें। अभय ने कहा कि मैं नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने, स्वस्थ विकल्पों को बढ़ावा देने और युवाओं को नशे की लत से दूर करने के लिए दौड़ रहा हूं।