
बिलासपुर : जिला बिलासपुर में महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) बिलासपुर परिसर में “व्यासप्योर कैंटीन” का शुभारंभ डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने किया।
यह कार्यक्रम जिला प्रशासन बिलासपुर और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओम कांत ठाकुर, खंड विकास अधिकारी बबीता धीमान और आईटीआई के प्रधानाचार्य ओंकार सिंह भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर बोलते हुए डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा कि “व्यासप्योर” अब जिला में महिला सशक्तिकरण का एक सफल मॉडल बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि आईटीआई बिलासपुर में शुरू हुई यह नई कैंटीन छात्रों को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध करवाने के साथ-साथ महिलाओं की आत्मनिर्भरता को भी गति देगी।
उन्होंने कहा कि “व्यासप्योर” जिला प्रशासन की एक विशिष्ट पहल है, जिसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को एक सशक्त पहचान प्रदान कर उन्हें व्यापक बाजार उपलब्ध कराना है, ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें।
उन्होंने कहा कि “व्यासप्योर कैंटीन” का संचालन स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों को सौंपा गया है, ताकि स्थानीय स्तर पर महिलाओं के लिए सतत रोजगार के अवसर भी सृजित किए जा सकें।
इससे पूर्व दीपावली पर व्यासप्योर ब्रांड के अंतर्गत लॉन्च किए गए गिफ्ट पैक को मिली उत्कृष्ट प्रतिक्रिया ने इस मॉडल की सफलता को प्रमाणित किया है। इसी तर्ज पर भविष्य में अन्य स्थानों पर भी कैंटीन स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है।
राहुल कुमार ने कहा कि कैंटीन में व्यासप्योर ब्रांड के तहत तैयार आचार, पापड़, मसाले, बेकरी उत्पाद और पारंपरिक व्यंजन उपलब्ध रहेंगे। यह सभी उत्पाद बिलासपुर जिला के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा स्वच्छता, गुणवत्ता और स्वाद के उच्च मानकों के अनुरूप तैयार किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओम कांत ठाकुर ने इसे “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” के विजन को साकार करने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल बताया। उन्होंने इस संदर्भ में स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
आईटीआई के प्रधानाचार्य ओंकार सिंह ने आईटीआई परिसर में व्यासप्योर कैंटीन शुरू करने के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कैंटीन विद्यार्थियों को स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों के उपयोग के प्रति जागरूक करेगी तथा उद्यमिता से भी जुड़ने की प्रेरणा देगी।
इस अवसर पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा व्यास प्योर ब्रांड के तहत उनके उत्पादों को नई पहचान देने के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम, आईटीआई का स्टाफ और स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्य मौजूद रहे।






