मटर के दामों में उछाल से किसानों के चेहरों पर लौटी रौनक, जानें मंडियों में कितने मिल रहे फसल के रेट

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राजगढ़ : मटर के दाम में एकाएक आए उछाल से किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है. इन दिनों जिला सिरमौर के ऊपरी इलाकों राजगढ़ और नौहराधार आदि इलाकों से पहाड़ी मटर प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी सोलन, चंडीगढ़ व पानीपत मंडियों में पहुंचना शुरू हो गया है. सीजन के शुरूआती दौर में मटर के दाम केवल 25 से 30 रुपए तक सिमट गए थे, लेकिन अब इसके दाम बढ़कर 45 रुपए प्रति किलोग्राम पहुंच गए हैं.

बता दें कि इस बार सर्दियों में कम बारिश के चलते मटर की फसल काफी प्रभावित हुई है. क्षेत्र में इन दिनों मटर का सीजन पीक पर है. प्रगतिशील किसान दयाराम वर्मा और प्रीतम ठाकुर ने बताया कि सर्दियों में इस वर्ष कम बारिश होने से मटर की फसल की पैदावार औसतन हुई है. मटर की फसल इस बार तय समय से करीब एक पखवाड़ा पहले तैयार हो गई थी.

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आढ़ती विनोद कुमार का कहना है कि वीरवार को मटर के दामों में काफी उछाल आया है. शिमला व सिरमौर क्षेत्र का मटर 45 से 50 रुपए प्रति किलोग्राम बिका. पिछले दिनों कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने से मटर की फलियों का रंग सफेद हो गया था, जिससे किसानों को अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे थे. ट्रांसपोर्टर प्रदीप ब्रागटा ने बताया कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मटर की फसल कम हुई है. इससे दामों में और बढ़ोतरी के आसार हैं.

उल्लेखनीय है कि हर वर्ष मार्च के अंतिम और अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में राजगढ़ क्षेत्र में मटर की पहली फसल निकलना आरंभ होती है. इसके बाद टमाटर, शिमला मिर्च, फ्रांसबीन का सीजन आरंभ हो जाएगा. पहाड़ी मटर की देश की कई मंडियों में काफी मांग रहती है.

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कृषि विभाग के अनुसार इस वर्ष विभाग द्वारा राजगढ़ क्षेत्र में करीब 76 क्विंटल मटर का बीज उपदान पर उपलब्ध करवाया गया है. सब्जी मंडी के प्रभारी सौरव हिमराल ने बताया कि अधिकतर फसलें सीधे तौर पर मंडियों में बिक रही हैं.